जूही ने बताया कि किसान मिट्टी को समझते हैं इसलिए उनके लिए यह काम बहुत आसान होगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसान अपने परिवार के लिए उगने वाले चावल का एक हिस्सा रख सकते हैं। चूंकि हम लॉकडाउन में हैं, इसलिए मैंने भूमिहीन किसानों को खेती करने के लिए अपनी जमीन देने का फैसला किया है। हम उन्हें इस मौसम में चावल की खेती करने दे रहे हैं और बदले में अपने लिए उपज का एक छोटा हिस्सा ही लेंगे। लॉकडाउन के बीच किसानों के लिए उनका फार्महाउस एक आश्रय स्थल बन सकता है। ये फार्महाउस जूही के पिता ने २० साल पहले खरीदे थे। ये दोनों खेत मुंबई के बाहरी इलाके में वैतरणी नदी के किनारे मौजूद हैं।