प्रेमिका की भूमिका को छोड़ रवीना टंडन ने किया था ये किरदार, मूवी ने छापे करोड़ों और जीता नेशनल अवॉर्ड
Raveena Tandon: रवीना टंडन ने ‘आपका अपना जाकिर’ शो में अपने शुरूआती सिने सफर के बारे में बात की है और उस फिल्म का किस्सा बताया जिसने जीता नेशनल अवॉर्ड।
Raveena Tandon: इस रविवार सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के शो ‘आपका अपना जाकिर’ में दर्शकों को मनोरंजन, मजेदार बातें और दिल को छू लेने वाले पल देखने को मिलेंगे। इस एपिसोड की मेज़बानी करने वाले जाकिर खान, बॉलीवुड की मोहक अभिनेत्री रवीना टंडन का स्वागत करेंगे।
रवीना अपने शानदार करियर के बारे में दिलचस्प किस्से साझा करेंगी। एक्ट्रेस पर्दे के पीछे की कहानियां और अपने सह-कलाकारों के साथ यादगार पल भी बताएंगी। इसके प्रोमो में उन्होंने बताया कि कैसे एक मूवी के लिए उन्होंने खुद को चुनौती दी और जीता नेशनल अवॉर्ड।
रवीना टंडन ने अपने शुरुआती सालों के बारे में बात की और बताया कि कैसे उन्होंने अपने करियर में विविध भूमिकाएं अपनाकर खुद को चुनौती दी, जिसने उन्हें ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी नए अवसर खोजने में मदद की।
प्रेमिका वाली भूमिका छोड़ चुना था ये रोल
उन्होंने कहा- मेरे करियर के पहले चार-पांच सालों तक मैं अक्सर एक जैसे किरदार निभा रही थी। संवाद वही होते थे, बस सह-अभिनेताओं, कपड़ों और सेटिंग्स में बदलाव होता था, लेकिन भूमिकाओं का सार वही रहता था। उस समय हम साल में 30 फिल्में करने के लिए आम थे और ये आसान था क्योंकि भूमिका एक जैसी थी।
एक्ट्रेस ने आगे कहा- लेकिन समय के साथ मुझे खुद को चुनौती देने और इन दोहराए गए किरदारों से बाहर निकलने की जरूरत महसूस हुई, यही वजह थी कि मैंने ‘शूल’ जैसी गंभीर भूमिकाएं निभाने का निर्णय लिया।
मंजरी भाभी का रोल करने के लिए किया गया हतोत्साहित
‘शूल’ में भूमिका निभाने के लिए कैसे चुनौतियों का सामना करना पड़ा, इसके बारे में बात करते हुए रवीना ने कहा- ‘राम गोपाल वर्मा जी, जो अब मेरे प्यारे दोस्त हैं, फिल्म के निर्माता थे और फिल्म के निर्देशक ईश्वर निवास को पूरा विश्वास था कि मैं मंजरी भाभी का किरदार निभा सकती हूं। लेकिन राम गोपाल वर्मा जी सहमत नहीं थे और उन्होंने शुरुआत में मुझे ऐसी मांग वाली भूमिका निभाने से हतोत्साहित किया क्योंकि उन्हें मेरे पूर्व भूमिकाओं के कारण मुझसे एक खास छवि की उम्मीद थी।’
रवीना टंडन आगे कहती हैं- ‘हालांकि, मैंने इसे एक अवसर के रूप में देखा और मैंने ये भूमिका निभाने का निर्णय लिया। मुझे याद है कि जब मैंने फिल्म के लिए लुक टेस्ट दिया तो मैं रामू को खुश होकर ‘हाय’ बोली, लेकिन उन्होंने बस मुस्कुराते हुए ‘हाय’ कहा और चले गए। मुझे उनकी प्रतिक्रिया से आश्चर्य हुआ क्योंकि मुझे लगा कि वे इस फिल्म में मुझे नहीं देखना चाहते। मैंने इसका असर नहीं लिया और लुक टेस्ट के लिए गई और जल्दी ही मैं अपने किरदार में पूरी तरह से समाहित हो गई।’
‘उस पल, उन्होंने मुझसे पूछा, ‘रवीना, क्या तुम हो?’ वे मुझे पहचान नहीं पाए क्योंकि मैं अपने किरदार में पूरी तरह से डूबी हुई थी। वो क्षण मेरे लिए एक मोड़ था। उसके बाद मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, और लोगों ने मुझे विविध भूमिकाओं में स्वीकार करना शुरू कर दिया।’
शूल ने जीता था नेशनल अवॉर्ड
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, रवीना टंडन की इस मूवी ने बेस्ट फीचर फिल्म हिंदी का नेशनल अवॉर्ड जीता था। इसमें मनोज बाजपेयी, सयाजी शिंदे जैसे स्टार्स भी थे। शिल्पा शेट्टी का सुपरहिट गाना मैं आई हूं यूपी बिहार लूटने इसी में था।