प्रधानमंत्री ली ने कहा कि तमाम चीनी जनता की कठोर मेहनत से चीन में महामारी को नियंत्रित कर लिया गया है, लेकिन अभी तक यह महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। महामारी की रोकथाम में विभिन्न देश एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। चीन दूसरे देशों खासकर विकासशील देशों को महामारी की रोकथाम तथा आर्थिक बहाली के लिए यथासंभव सहायता प्रदान करेगा।
ली ने यह भी कहा कि चीन टीके के अनुसंधान में विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोर भूमिका का समर्थन करेगा और टीके के मल्टी-सेंटर ट्रायल और परिणाम के जल्द से उपयोग को बढ़ावा देगा। उनका यह भी कहना है कि वैक्सीन और टीकाकरण के लिए ग्लोबल एलायंस (जीऐवीआई) और चीन के बीच बेहतरीन सहयोग बना हुआ है। उसने चीन में टीके के प्रयोग का समर्थन किया था। चीन भी जीऐवीआई को नये कोरोना वायरस टीके के अनुसंधान में दान देगा। हम चीन के अनुसंधान व विकास संस्थानों और टीका कारोबारों को जीऐवीआई के साथ अधिक सहयोग करने के लिए समर्थन करेंगे। हमें उम्मीद है कि सहयोग के जरिये महामारी को जल्द ही हराया जाएगा।
उधर, चीनी केंद्रीय महामारी विरोधी कार्य के नेतृत्वकारी दल ने अपनी एक बैठक में कहा कि अभी तक टीका अनुसंधान और विकास परीक्षण में अंतरिम परिणाम निकाला गया है। हमें विज्ञान का सम्मान कर कानूनों व नियमों के अनुसार सभी चरणों के नैदानिक परीक्षणों को बढ़ावा देना चाहिये ताकि शीघ्रता से प्रगति हासिल की जा सेक।