सुबह के समय आधा घंटा मेडिटेशन के लिए जरूर निकालें। इससे मानसिक तनाव कुछ हद तक कम होगा। मेंटली रिलेक्स रहने की स्थिति में तनाव से भी राहत मिलेगी। कई बार अनहेल्दी स्लीप पैटर्न की वजह से भी थकान महसूस होती है, इसमें भी मेडिटेशन से राहत मिल सकती हैं।
यदि शरीर में अक्सर अकड़न महसूस हो तो कुछ आसान स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज या योग किया जा सकता है। इससे भी काफी हद तक राहत मिलती है। स्ट्रेचिंग करने से शरीर की मांसपेशियों को खुलने में मदद मिलती है। सुबह के समय आप जुम्बा भी कर सकते हैं। इससे वर्कआउट और म्यूजिक दोनों के फायदे मिलते हैं।
सुबह के समय 30 मिनट वॉक से भी फायदा हो सकता है। ताजी हवा न सिर्फ मूड को रिफ्रेश करती हैं, बल्कि पूरे दिन ताजगी भी बनाए रखती है। इस माहौल में वॉक आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। कई रिसर्च बताते हैं कि फ्रेश और एक्टिव बने रहने में वॉक से मदद मिलती है।
सर्दियों में मसाज का भी अपना महत्व होता है। इससे भी बहुत हद तक रिलेक्स रहा जा सकता है। गुनगुने तेल की मालिश से मांसपेशियों को रिलेक्स मिलता हैै। यदि आप रात के समय पैरों के तलवे पर इसे लगाकर सोएंगे तो आराम मिलेगा। सुबह के समय गर्म पानी से नहाना भी रिलेक्सफुल रहता है।
थकान और कमजोरी की एक वजह प्रॉपर डाइट न होना भी हो सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए अपनी डाइट पर ध्यान देना जरूरी है। ब्रेकफास्ट स्किप न करें। हेल्दी स्नेक्स व फ्रूट्स लें। मॉर्निंग मील से काफी फायदा होता है।