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उनके इसी नेक की वजह से अजिता पांडेय का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में दर्ज कराया किया गया है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने अजिता को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। अजिता बताती हैं कि पिछले 4 सालों में 984 सांपों का सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा है।यह भी पढ़ें: जान बचाने पेड़ पर चढ़ गई महिला लेकिन भालुओं ने खींचकर नीचे उतारा और मार डाला
अजिता पांडेय ने बताया कि सांपों को वे बच्चों के समान मानती हैं और उनके संरक्षण के लिए बचपन से काम कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह इंसान प्रकृति के लिए जरूरी है, उसी तरह हर एक जीव-जंतु भी प्रकृति के उतने ही जरूरी हैं। सांपों के संरक्षण के लिए उनके पिता भेजेंद्र पांडेय और माता सूर्यकांता पांडेय भी उनका पूरा साथ देते आ रहे हैं।यह भी पढ़ें: सांप ने डसा तो गुस्से में युवक ने लिया बदला, दांत से करैत का सिर काटकर किया अलग और खा गया
अजिता ने बताया कि उनके माता-पिता व परिवार के सदस्य भी नेचर प्रेमी हैं, जिनसे वे प्रेरणा लेती हैं। अजिता बताती हैं कि उनकी नानी स्व. शारदादेवी गौरहा भी बेजुबानों की मदद किया करती थीं, जिन्हें बचपन से देखते हुए वे भी इन बेजुबान जीवों के दर्द को समझने लगीं।