छत्तीसगढ़ की राजनीति में मरवाही सीट को हाइप्रोफाइल सीट माना जाता है। यहां चुनाव के दौरान सभी पार्टियों की निगाहें टिकी रहती है। उप चुनाव के तारीख तय होने के एक महीने पहले से ही राजनीतिक दलों के नेताओं का आना जाना कार्यक्रम में शामिल होने के अलावा कार्यकर्ताओं से बैठक और जनसंपर्क का कार्यक्रम चालू है इससे भीड़ अधिक होने लगी थी।
इधर मरवाही क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढऩे लगा है। प्रतिदिन 20 से 30 लोग पॉजिटिव आ रहे हैं जिसके कारण राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं के भीड़ को कम करने का निर्देश जारी किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने निर्देश जारी कर कांग्रेसियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिसकी जरुरत होगी उसे मरवाही बुलाया जाएगा। बिना आदेश के कोई मरवाही नहीं पहुंचेगा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भाजपा के शीर्ष नेताओं ने भी तीनों ब्लाक के बूथ प्रभारियों और ब्लाक अध्यक्ष सहित अन्य कार्यकर्ताओं को बेवजह भीड़ नहीं करने का निर्देश दिए हैं। जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी नियम का पालन कर रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को मास्क सेनेटाइजर दिया है और चुनाव प्रचार बैठक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का निर्देश दिए हैं।
हाईप्रोफाइल सीट इसलिए लोग ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं
मरवाही विधानसभा उप चुनाव इस समय काफी चर्चा में है। प्रदेश भर के लोग जानकारी जुटाने में लगे रहते हैं कि वहां आज क्या हुआ कल कौन आ रहा है। कोई भी नेता यहां आने की सूचना मिलते ही कार्यकर्ताओं की भीड़ लग जाती है। यह समस्या कांग्रेस में ज्यादा है। हालांकि कोरोना से बचने के लिए सभी पार्टी के लोग भीड़ से दूरी बनाने का निर्देश दिए हैं।
कोरोना से बचने सभी नियम का पालन करते आ रहे हैं। भीड़ भीड़ से कार्यकर्ताओं को दूरी बनाने का निर्देश दिया है यहां कोरोना फैलाने का श्रेय कांग्रेसियों को जाता है कार्यक्रम कर भीड़ बढ़ाए और क्षेत्र के लोगों को कोरोना ग्रसित कर दिया गया है।
-पंकज तिवारी, उपाध्यक्ष, जकांछ, नगर पंचायत पेन्ड्रा
वर्जन- कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि मरवाही क्षेत्र भीड़ न बढ़ाई जाए जब जिसकी जरुरत होगी उसे बुलवा लिया जाएगा। क्षेत्र के कार्यकर्ता चुनाव में लगे हैं उनको कोरोना हो गया तो दिक्कत हो जाएगी।
-अटल श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष, जीपीएम प्रभारी