पटाखा के थोक बाजार में इसे बनाने वाली फैक्ट्रियों को कोरोना काल का दौर शुरू होने की वजह से काफी कम संख्या में कारोबारियों ने आर्डर दिया था। फरवरी मार्च महीने में थोक कारोबारी पटाखा निर्माण करने वाली फैक्ट्रियों को आर्डर देते रहे लेकिन इस बार कोविड 19 के चलते काफी कम संख्या में पटाखा के थोक कारोबारियों ने आर्डर बुक कराया है। इसकी वजह से बाजार में पटाखा बाजार कम लगेंगे।
दिल्ली और राजस्थान में पटाखे प्रतिबंधित लेकिन छत्तीसगढ़ में निर्णय नहीं
200 ने नवीनीकरण कराया,दुकानें 53 लगेंगी
जिले में छोटी-बड़ी अस्थाई पटाखा दुकानें लगाने के लिए कलेक्टोरेट में दो सौ लोगों ने लायसेंस का नवीनीकरण कराया है। लेकिन शहर प्रमुख स्थल शासकीय बहुउद्देश्यीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में इस बार केवल 53 दुकानें लगाई जाएंगी। पिछले साल दीपावली में 96 पटाखा की अस्थाई दुकानें इस परिसर में लगी थीं। इसी तरह बुधवारी बाजार में बीते साल 56 दुकानें लगी थीं, इस बार इस बाजार में दुकानों की संख्या घट जाएगी।
चाइनीज पर प्रतिबंध,देशी मिलेंगे
केंद्र सरकार ने चाइनीज पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसलिए इस दीपावली में विशुद्ध रूप से देशी पटाखे बाजार में मिलेंगे। कम उत्पादन होने व कोरोना संक्रमण काल के चलते दीपावली का बाजार कम होने की उम्मीद है।
गोबर के दीए को लेकर रुझान बढ़ा
जिले में इस बार अनेक गोठानों में स्व सहायता समूहों द्वारा गोबर से रंगीन दीए का निर्माण करके बाजार में विक्रय किया जा रहा है। जिला पंचायत परिसर में गोबर से निर्मित दीए की बिक्री शुरू कर दी गई है। इसको लेकर लोगों में काफी उत्सुकता बनी हुई है। प्रतिदिन काफी संख्या में लोग पूछपरख कर रहे हैं। वहीं अब तक सैकड़ों की तादाद में लोग गोबर के दीए खरीद चुके हैं।
अच्छा रिस्पांस
गोबर के दीए को लेकर लोग काफी उत्सुकता दिखा रहे हैं। काफी संख्या हर दिन दीए का विक्रय किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इसकी मांग और बढेग़ी।
-रिमन सिंह ठाकुर, परियोजना अधिकारी,जिपं.
पटाखा बाजार अच्छा रहने की उम्मीद
दीपावली में पटाखा दुकानों की संख्या भले कम रहेगी। लेकिन बाजार अच्छा होने की पूरी संभावना है। पूरे जिले में तीन करोड़ के आसपास अस्थाई पटाखा दुकानों का कारोबार होने की उम्मीद है।
-सुनील बाजपेयी, अध्यक्ष,जयश्री कालेश्वरी पटाखा व्यापारी संघ,बिलासपुर