नौतपा में धरती के काफी नजदीक होते हैं सूर्य
ज्योतिष गणनाओं के अनुसार जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होकर वृष राशि के 10 से 20 अंश तक रहता है तब नौतपा होता है। इन 9 दिनों तक सूर्य पृथ्वी के काफी करीब आ जाते हैं। इस नक्षत्र में सूर्य 15 दिनों तक रहता है, लेकिन शुरुआत के 9 दिनों में गर्मी काफी बढ़ जाती है। सूर्य का तापमान 9 दिनों तक सबसे अधिक रहता है, इसलिए 9 दिनों के समय को नौतपा कहा जाता है।
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25 मई को सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे और 8 जून को सुबह 6 बजकर 40 मिनट तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। नौतपा 25 मई से 2 जून तक रहेगा। खगोल विज्ञान के अनुसार, नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें धरती पर पर सीधी लम्बवत पड़ती हैं। जिस वजह से तापमान बढ़ जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि नौतपा के 9 दिनों में तापमान अधिक रहता है तो ये अच्छी बारिश (Rainfall) का संकेत होता है। ज्योतिष के सूर्य सिद्धांत और श्रीमद् भागवत में नौतपा का वर्णन आता है।भीषण गर्मी में स्वास्थ्य के प्रति एलर्ट रहने की जरूरत
नौतपा में शहरवासियों को एकदम अलर्ट रहने की जरूरत है। दिन और रात का तापमान बढऩे से सबसे बुरा असर लोगों की सेहत पर पड़ता है। डॉक्टर मनोज मिश्र का कहना है कि ऐसे मौसम में दस्त, उल्टी, लू लगने और डिहाइड्रेशन की तेजी से प्राब्लम बढ़ती है। इसलिए इन नौ दिनों में शहरवासियों को अपनी सेहद का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
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इस समय तरल पदार्थों को सेवन बहुत जरूरी है। इसमें नारियल पानी, लस्सी, आमपना, छाछ जैसे ड्रिंक्स बॉडी को इंटर्नल कूलिंग प्रदान करेंगे। इसके साथ ही जलजीरा और शिंकजी भी लेना चाहिए। इसके अलावा सीजनेबल फ्रूट्स बॉडी में परफेक्ट बॉडी लेवल मैंटेंन रखते हैं। इसमें ऑरेंज, तरबूज, खरबूज, लीची, कोकोनट आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।इन चीजों के सेवन से करें परहेज
गर्मी के मौसम में बासी खाना, रखी हुई मिठाई या सड़े-गले फल न खाएं। सिरदर्द, चक्कर व बुखार आना, लू के लक्षण दिखने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें। प्याज का सेवन करें। कहीं से सीधे आने पर तुरंत पानी न पीएं। न ही धूप से आने के बाद कूलर या एसी चलाएं। शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए हर एक घंटे में एक गिलास पानी पीएं। ऑयल फ्री भोजन लें। जंकफूड और खुले के में रखे खाद्यपदार्थ बिल्कुल भी न खाएं। हल्का और सादा भोजन करें।