लिहाजा, पीएचक्यू ने जौहर को वीआरएस देने से दो टूक इंकार कर दिया। इसके खिलाफ जौहर ने हाईकोर्ट में फरियाद की। हाईकोर्ट की नोटिस पर डीजीपी एएन उपध्याय कोर्ट में शपथ पत्र दिए कि जौहर की सेवा की अभी शासन को जरूरत है। इसलिए, उन्हें रिटायर नहीं किया जा सकता। हाईकोर्ट ने इस पर जौहर की याचिका खारिज कर दी। जौहर ने इसके बाद डबल बेंच में अपील कर कहा कि पुलिस महकमा उन्हें प्रताडि़त करने के लिए वीआरएस नहीं दे रहा है। डबल बेंच में जौहर की अपील पर सुनवाई शुरू हो पाती, इससे पहले कांग्रेस ने मस्तूरी में दिलीप लहरिया को रिपीट करने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस की सूची जारी होते ही पीएचक्यू भी हरकत में आया और सोमवार को जौहर की वीआरएस मंजूर कर ली। तब तक जौहर के लिए खेत चिडिय़ा चुग चुकी थी। मस्तूरी में अब उनके लिए नो चांस हो गया। हालांकि, कांग्रेस की एक लॉबी फिर उनके लिए जुट गई है कि प्रत्याशी बदल दिया जाए।
टिकट मिलने का कर रहा हंू इंतजार : सोमवार को वीआरएस मिली है। मैं कांग्रेस से टिकट मिलने का इंतजार कर रहा हूं। नाम फायनल होने से कुछ नहीं होता। कांग्रेस का इतिहास देखिए कुछ भी हो सकता है।
जीएस जौहर, रिटायर्ड इंस्पेक्टर