भिलाई में हादसा… लेह-लद्दाख के IPS की माता, पिता व नानी की दर्दनाक मौत, पूजा करने आए थे छत्तीसगढ़
चावल के आटे से रंगोली सजाएं रतनपुर स्थित सिद्ध तंत्र पीठ भैरव मंदिर के मुख्य पुजारी पं जागेश्वर अवस्थी ने बताया कि 30 नवंबर से शुरू होने वाले अगहन गुरुवार को आंगन और मुख्य द्वार पर रंगोली सजाएं। दीपक जलाएं। मुख्य द्वार से लेकर पूजा स्थल तक चावल के आटे से मां लक्ष्मी के पैरों के निशान बनाएं। कलश स्थापित करें, आंवले और आम के पत्तों से बने तोरण को सजाएं और देवी लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें। कटोरे में धान रखें और दीपक जलाएं। देवी लक्ष्मी का आह्वान करें और उन्हें अपने घर में आमंत्रित करें।कोरोना काल के बाद तेजी से बढ़ रहे हार्ट के मरीज, हृदय को स्वस्थ रखने के लिए नियमित करें यह काम
इन तारीखों को पड़ेगा अगहन गुरुवार – पहला गुरुवार 30 नवंबर– दूसरा गुरुवार 07 दिसंबर
– तीसरा गुरुवार 14 दिसंबर
– चौथा गुरुवार 21 दिसंबर सूर्योदय से शाम तक करें पूजा महिलाओं को गुरुवार के दिन सूर्योदय से पहले स्नन कर लेना चाहिए। व्रत का संकल्प लें और मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं। दोपहर 12 बजे चावल की खीर, अनरसा, बाबरा, चावल का चीला आदि पकवानों का भोग लगाएं। शाम को दोबारा पूजा करके प्रसाद ग्रहण करें और भोजन करें।