एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, “आज, मैंने मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। मैंने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भी फॉर्म दाखिल किया था। लेकिन पार्टी ने एबी फॉर्म भेजा और हमने इसे दोपहर 2.55 बजे जमा कर दिया है और अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार हूं। मैं अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे का बहुत आभारी हूं…उन्हें मुझ पर भरोसा है…बड़ी संख्या में मतदाता निश्चित रूप से मेरा समर्थन करेंगे…मुझे पूरा विश्वास है इस बार मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र में हमारी जीत होगी।”
बगावती तेवर देख दिया एबी फॉर्म?
इससे पहले मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करने के बाद नवाब मलिक ने कहा था, “मैंने एनसीपी के उम्मीदवार के रूप में और एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा है। मुझे पार्टी का एबी फॉर्म नहीं मिला है, अगर यह समय के भीतर आता है, तो मैं एनसीपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा अन्यथा एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा।”
अणुशक्तिनगर से बेटी को टिकट
बता दें कि दूसरी लिस्ट में अजित पवार गुट ने नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को उनके पिता की अणुशक्तिनगर सीट से प्रत्याशी घोषित किया। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार अणुशक्तिनगर से विधायक नवाब मलिक का टिकट कटना तय है और उनकी जगह उनकी बेटी को मैदान में उतारा जा सकता है। नवाब मलिक पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इसके लिए उन्हें कई महीने जेल में भी रहना पड़ा और वह अभी खराब सेहत के चलते जमानत पर जेल से बाहर है। सना मलिक का सामना अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद से है, फहद को शरद पवार की एनसीपी (एससीपी) ने टिकट दिया है। बीजेपी ने अणुशक्तिनगर से विधायक नवाब मलिक का खुलकर विरोध किया था और उनके संबंध अंडरवर्ल्ड से होने के आरोप लगाये थे। हालांकि आज नामांकन के आखिरी दिन अजित पवार ने नवाब मलिक को टिकट देकर सबको चौंका दिया है। हालांकि मलिक अब अपनी सीट से नहीं बल्कि मानखुर्द शिवाजीनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे।
मुंबई के मानखुर्द शिवाजीनगर क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है। इस सीट पर लगातार दो बार से सपा नेता अबू आजमी जीत रहे हैं। वे तीसरी बार इस सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में नवाब मलिक और अबू आजमी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।