इस लोकसभा सीट पर बिलासपुर, मुंगेली और आधा जीपीएम जिले के कुल 8 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता एक सांसद का चुनाव करते हैं। इस सीट से 2014 और 2019 के चुनाव में भाजपा के प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। राज्य स्थापना के बाद वर्ष 2004 और 2009 में हुए आम चुनावों में भी भाजपा प्रत्याशियों ने ही यहां से जीत दर्ज की थी। जिले के 8 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के गढ़ के रूप में लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिलासपुर और बेलतरा उभरे हैं। राज्य स्थापना के बाद अब तक हुए विधानसभा चुनावों में भी भाजपा इन सीटों पर कांग्रेस व अन्य पार्टियों की अपेक्षा 90 फीसदी सफल रही है। यही कारण है इन विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं का लोकसभा चुनाव में भी भाजपा की ओर ही झुकाव रहता आया है।
आम चुनाव 2014 चुनाव परिणाम… राजनीतिक दल – कोटा – लोरमी – मुंगेली – तखतपुर – बिल्हा – बिलासपुर – बेलतरा – मस्तूरी
भाजपा – 61717 – 55665 – 73913 – 71361 – 78466 – 83831 – 67870 – 68280
कांग्रेस – 48496 – 45039 – 43778 – 46057 – 64144 – 41766 – 40993 – 54531
अंतर – 13221 – 10626 – 30135 – 25304 – 14322 – 42065 – 26877 – 13749
आम चुनाव 2019 चुनाव परिणाम… राजनीतिक दल – कोटा – लोरमी – मुंगेली – तखतपुर – बिल्हा – बिलासपुर – बेलतरा – मस्तूरी भाजपा – 66112 – 71081 – 85565 – 82565 – 90521 – 88207 – 77500 – 71717
कांग्रेस – 63621 – 50075 – 55907 – 60564 – 80188 – 47723 – 56306 – 77801
अंतर – 2491 – 21006 – 29658 – 22001 – 10333 – 40484 – 21194 – 6084
जिले की 5 बड़ी विधानसभाओं के भाजपा के गढ़ बनने के बाद से इन्हें तोड़ने और बरसों पुराने गढ़ को वापस हासिल करने के लिए कांग्रेस पिछले ढाई दशकों से लगातार संघर्ष करती आ रही है। बड़ी चुनौती होने के बाद भी कांग्रेस लगातार डटकर मुकाबला करती आ रही है, लेकिन सफलता अब तक नहीं मिली है।
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को हर चुनाव की तरह सभी विधानसभा क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को 6084 मतों की बढ़त मिली थी।