बातचीत के दौरान उसने शशांक को बोला कि
मंत्रालय में उसकी जान पहचान है कुछ काम होगा तो बताना। अभी पटवारी की वैकेंसी निकली है, नौकरी लगवा दूंगा। इसके लिए 500000 रुपए लगेंगे। जिसमें ढाई लाख रुपए अभी देना होगा और ढाई लाख रुपए काम होने के बाद देना होगा। इस पर प्रार्थी के द्वारा जुगल किशोर को ढाई लाख रुपए कैश एवं ढाई लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से दे दिए। किंतु पटवारी में प्रार्थी के बेटे का चयन नहीं हुआ तब आरोपी जुगल किशोर से अपना दिया हुआ पैसा 500000 मांगे तो जुगल किशोर घुमाने लगा।
रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 420 कायम कर विवेचना में लिया गया। पुलिस ने आरोपी को जिला रायपुर से घेराबंदी कर पकड़ा जिसको घटना के संबंध में पूछताछ करने पर राजस्व विभाग में पटवारी के पद नौकरी लगाने के नाम से
ठगी करना बताए जाने पर तथा आरोपी के विरुद्ध अपराध धारा सदर का सबूत पाए जाने से विधिवत गिरफ्तार कर 28 अगस्त को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। इस कार्रवाई में निरीक्षक डा. नरेश कुमार पटेल थाना प्रभारी चांपा, अरुण सिंह, मुकेश पाण्डेय, दिलीप सिंह प्रधान, आरक्षक वीरेंद्र कुमार टंडन एवम थाना स्टाफ का योगदान रहा।
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