गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को काफी पापड बेलने पड़े। निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी एसीसीयू व रेंज सायबर थाना प्रभारी अवनीश पासवान, एसआई अजय वारे, एएसआई सुरेश पाठक, आरक्षक विजेन्द्र मरकाम, श्रीश तिवारी, मुकेश वर्मा ने सप्ताह भर राजस्थानी वेश भूषा में रैकी कर आरोपियों की लोकेशन ट्रैस करने में लगे रहे।
अंतराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम ने स्थानीय बोली सीखी और फिर बाइक किराए पर लेकर राजस्थानी लिबाज में नूह व मेवात क्षेत्र में दो लोगों को चिन्हित किया और फिर दबिश देकर दोनों आरोपियों अजय पिता रामसिंह (22) निवासी ग्राम छपारा लडानू थाना जसवंतगढ़ जिला डीडवाना कुचावन राजस्थान व गजेन्द्र उर्फ गज्जु पिता मघादास स्वामी (40) निवासी ग्राम गुडपालिया पोस्ट छपारा थाना लांडनू जिला नागौर राजस्थान को गिरफ्तार कर बिलासपुर लेकर पहुंचे व मामले का खुलासा किया।
CG Fraud: ठगी के रुपए को कन्वर्ट कर बांटता था मजदूरों को पेमेंट
Fraud With Bank Manager In Bilaspur: पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि फर्जी सिम व फर्जी आईडी से खुले खाते उन मजदूरों के हैं जिसे मनोज स्वामी दोहा कतर मजदूरी कराने राजस्थान से ले गया था। ठगी के रुपए जिसे भतीजा मनोज स्वामी अपने चाचा गजेन्द्र स्वामी उर्फ गज्जू व अजय सिंह के सहयोग से अपने अकाउंट में मंगाता था। दोहा रेहान की मुद्रा रियाल को प्राप्त करने के बाद उसे भारतीय मुद्रा में कन्वर्ट कर मजदूरों के परिवार को बांट दिया करता था। सऊदी अरब का लेबर ठेकेदार चला रहा साइबर ठगी का कारोबार
Bilaspur Fraud Case: मैनेजर के एकाउंट से ट्रांसफर हुए रुपए की जांच के दौरान
बिलासपुर पुलिस राजस्थान के नागौर व डीडवाना कुचावन तक पहुंची। बैंक डिटेल के आधार पर पुलिस के हाथ एक लेबर लगा। उसे पता ही नहीं था की उसके नाम पर कोई अकाउंट भी है। पुलिस ने डिटेल खंगालते हुए गुजेन्द्र उर्फ गज्जू स्वामी तक पहुंची। गज्जू को गिरफ्तार कर पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला उसका भतीजा मनोज स्वामी सउदी अरब के दोहा कतर में रहता है। उसके माध्यम से रुपए अकाउंट में आते हैं।
ऑनलाइन ठगी के मामले में साइबर थाना व एसीसीयू की टीम को राजस्थान भेजा गया था। ऑनलाइन ठगी के मामले में दो आरोपियों को टीम ने गिरफ्तार किया है। मामले का मास्टर माइंड दोहा कतर साउदी अरब में है। पुलिस उसे भी गिरफ्तार करने को लेकर योजना बना रही है। आरोपियोें को न्यायालय में पेश कर कार्रवाई की जाएगी।