रिवीजन के साथ ही पुराने पेपर सॉल्व करें
जितनी अधिक प्रैक्टिस, उतने ही अच्छे नंबर। ऐसे में हार्ड के साथ स्मार्ट तैयारी करें। रिवीजन करने के साथ ही पुराने क्वेश्चन पेपर जरूर सॉल्व करें। इससे टाइम मैनेजमेंट और आंसर देने का पता चलेगा। आज के बच्चों मेे आंसर को स्टार्ट कैसे करें, ये बड़ी समस्या है। पैराग्राफ वाइज कैसे लिखें। रिवर्स चेकिंग के पैरामीटर को बच्चों को समझाना जरूरी है। अभी बच्चे देर रात तक पढ़ते हैं और सुबह लेट उठते हैं। जबकि एग्जाम सुबह होती है। इसलिए बच्चों को अभी से सुबह जल्दी उठाने की आदत डालें, ताकि एग्जाम के समय फ्रेश माइंड से पेपर हल कर सकें। लिखकर याद करने का अभ्यास करें
एग्जाम में दो महीने का समय बचा हुआ है। ये सोचकर बच्चे स्ट्रेस में न आएं। समय का सदुपयोग करें। मैं अच्छा परफॉर्मर हूं, यह सोचकर एग्जाम दें। स्वास्थ्य का ध्यान रख बेहद जरूरी है। पढ़ाई में जो भी डाउट्स हो तो बेझिझक होकर टीचर या दोस्तों से क्लियर करें। रोज लिखकर याद करने का अभ्यास करें और स्पीड बढ़ाएं। इससे तय समय पर आंसर देने में मदद मिलेगी। परीक्षा के दौरान घबराएं नहीं, शांत मन से सोचकर आंसर लिखें। टाइम मैनेजमेंट कर पूरे क्वेश्चन को अटेंड करें। क्योंकि टाइम मैनेजमेंट न होने से कई प्रश्न का आंसर जानते हुए भी छूट जाते हैं।
CBSE Board Exam 2025: इन बातों का रखें ध्यान
स्टूडेंट्स के लिए - – सुबह या शाम ध्यान और योग जरूर करें।
– फिजिकल एक्टिविटी करें, कमरे में शरीर को स्ट्रेच भी कर सकते हैं।
– पॉजीटिव सोच रखें, इससे आत्मविश्वास बढ़ेगा।
– पैरेंट्स और दोस्तों से मिलें। ग्रुप स्टडी भी मददगार हो सकती है।
– अभी से परीक्षा के लिए टाइम मैनेजमेंट शुरू कर दें, इससे बाद में स्ट्रेस नहीं होगा।
पैरेंट्स के लिए - – बच्चों को पढ़ने के लिए शांत और पॉजीटिव माहौल दें।
– बच्चों के हैल्थ पर फोकस करें।
– कई बच्चे पढ़ाई के दौरान खाना भूल जाते हैं।
– बच्चों के साथ चर्चा करें, उन्हें मोटिवेट करते रहें।
– अगर आपका बच्चा हॉस्टल में रहता है तो दिन में एक बार उनसे जरूर बात करें।
– बच्चों पर नंबर के लिए प्रेशर न डालें।