प्रकरण के अनुसार रविवार को बस्तर जिले में सरकारी आवासीय विद्यालय की कक्षा 5वीं की एक छात्रा की अज्ञात बीमारी से मृत्यु हो गई, जबकि 10 अन्य भी मौसमी बीमारियों से पीड़ित हैं।
(Bilaspur High Court) डॉक्टरों की एक टीम ने छात्रावास का दौरा किया और स्वास्थ्य जांच कर रही है। दो लड़कियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस संबन्ध में मीडिया में प्रकाशित खबर पर कोर्ट ने संज्ञान लिया।
Bilaspur High Court: महाधिवक्ता ने प्रस्तुत की सीएमएचओ की रिपोर्ट
सुनवाई के दौरान महाधिवक्ता प्रफुल्ल एन. भारत सरकारी वकील संघर्ष पांडे के साथ कोर्ट के समक्ष उपस्थित थे। उन्होंने जगदलपुर सीएमएचओ की रिपोर्ट की एक प्रति प्रस्तुत की है। इसमें बताया गया है कि मृतक लड़की
(death of student) की उम्र लगभग 10 वर्ष थी और वह कन्या आश्रम कोलावल की निवासी थी।
बताया गया है कि वह बुखार से पीड़ित थी और उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। (Bilaspur High Court) दवा देने के बाद उसी दिन छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन अगले दिन लड़की फिर से गंभीर हालत में अस्पताल में लाई गई और उसे दवा भी दी गई, लेकिन दुर्भाग्य से उसकी मृत्यु हो गई। उसकी मृत्यु का वास्तविक कारण पता नहीं चल सका है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 1 सितंबर 2024 को उसकी मृत्यु के बाद लड़की का शव उसके माता-पिता को सौंप दिया गया था। लड़की की मृत्यु के संबन्ध में माता-पिता या अन्य की ओर से कोई आपत्ति नहीं की गई। संबंधित पंचायत के सरपंच की उपस्थिति में शव का दाह संस्कार कर किया गया है।
यह है मामला
Bilaspur High Court: बस्तर से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित बकावंड ब्लॉक में कोलावल गर्ल्स हॉस्टल में आदिवासी लड़की अंजना कश्यप बुखार से
(death of student) पीड़ित थी। उसको दो दिनों से सिरदर्द और मतली की शिकायत भी थी।
जनजातीय विभाग के अतिरिक्त आयुक्त गणेश सोरी के अनुसार, यह संदेह था कि वह डेंगू या मलेरिया से पीड़ित थी, लेकिन उसकी परीक्षण रिपोर्ट नकारात्मक आई। हालांकि कुछ और बच्चे भी बीमार हैं। उनका टायफाइड परीक्षण कराया गया, जिसकी रिपोर्ट नहीं आई है।