ज्योतिषाचार्य पं. जागेश्वर शुक्ल बताते हैं कि जीवन में दान-पुण्य का अत्यधिक महत्व है। दान-पुण्य करने से व्यक्ति की हर मनोकामना की पूर्ति होती है। उसे कोई कष्ट नहीं होता। सनातन धर्म में मई का महीना बेहद खास होता है। इस महीने में कई बड़े महापुरुषों की जयंती मनाई जाती है। साथ ही प्रमुख
व्रत-त्योहार भी मनाए जाते हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार, वर्तमान समय में वैशाख का महीना चल रहा है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में मोहिनी एकादशी से लेकर बुद्ध पूर्णिमा जैसे बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। स्कंद षष्ठी, गंगा सप्तमी, वृषभ संक्रांति, मासिक दुर्गाष्टमी और बगलामुखी जयंती, सीता नवमी, मोहिनी एकादशी, परशुराम द्वादशी के साथ प्रदोष व्रत पड़ रहा है।
प्रमुख व्रत-त्यौहार
> 13 मई को स्कन्द षष्ठी है। यह दिन जगत जननी आदिशक्ति मां पार्वती को समर्पित होता है। इस दिन मां स्कन्द और भगवान कार्तिकेय की पूजा की जाती है। > हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी मनाई जाती है। इस साल14 मई को गंगा सप्तमी मनाई जाएगी। इस दिन पवित्र गंगा नदी में स्नान-ध्यान किया जाता है। इसके बाद मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है। यदि आसपास गंगाजी नहीं है तो गंगा जल की दो बूंद ग्रहण करने से भी फल की प्राप्ति होती है।
> ज्योतिषियों की मानें तो 14 मई को वृषभ संक्रांति है। इस दिन सूर्य देव मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। अत: 14 मई को वृषभ संक्रांति मनाई जाएगी। इस दिन पूजा, जप-तप और दान-पुण्य किया जाता है।
> 15 मई को मासिक दुर्गाष्टमी और बगलामुखी जयंती है। इस दिन मां बगलामुखी की पूजा-उपासना की जाती है। > इस वर्ष 16 मई को सीता नवमी है। यह पर्व हर वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन जगत जननी मां जानकी की पूजा की जाती है।
> 19 मई को मोहिनी एकादशी और परशुराम द्वादशी है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त एकादशी व्रत रखा जाता है।
> 20 मई को प्रदोष व्रत है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
> इसी क्रम में 21 मई को नरसिंह जयंती, 23 मई को बुद्ध पूर्णिमा है। इस दिन वैशाख पूर्णिमा व्रत रखी जाएगी। 24 मई को नारद जयंती मनाई जाएगी और ज्येष्ठ माह प्रारंभ होगा। 26 मई को एकदंत संकष्टी चतुर्थी व्रत व 30 मई को मासिक कालाष्टमी व्रत रखी जाएगी।