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शहर के मोपका चौक से चिल्हाटी, राजकिशोर नगर चौक से छठघाट, मंगला चौक से महर्षि स्कूल चौक तक, पावर हाउस चौक तोरवा से लालखदान ओवरब्रिज तक और अशोक नगर चौक से पत्रकार कॉलोनी तक नगर निगम द्वारा स्ट्रीट लाइट के जरिए सड़कों से अंधेरा दूर किया जाएगा। इनमें मंगला चौक से महर्षि स्कूल चौक तक 102 पोल व लाइट, अशोक नगर चौक से पत्रकार कॉलोनी तक 216 पोल , पावर हाउस चौक से लालखदान ओवरब्रिज तक 56 पोल व लाइटें लगाई जाएंगी।‘भाजपा को वोट क्यों दिए हो’ कहकर ग्रामीण की लाठी-डंडे से पिटाई, युवकों ने घर में घुसकर वारदात को दिया अंजाम
मेंटेनेंस के लिए 70 वार्ड के लिए सिर्फ 15 कर्मी शहर के 5 वार्ड यानी कि 42, 45, 49 58, 60 वार्ड में 500 से अधिक बिजली खंभे ऐसे हैं, जहां लाइटें नहीं लगी हैं। यहां किसी न किसी गली-मोहल्लों में अंधेरा पसरा हुआ है। यही हाल शहर के 65 वार्डों का है। 6 लाख की आबादी वाले 70 वार्ड में ठेका कंपनी ईईएसएल के पास लाइटों की मेंटेनेंस और देखरेख के लिए महज 15 कर्मचारी हैं। समस्या को देखते हुए 17 कर्मचारी निगम को देना पड़ा। यानी ये निगम के कर्मचारी हैं, लेकिन नौकरी ईईएसएल की कर रहे हैं।
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मंगला चौक से महर्षि स्कूल तक रोड खराब मंगला चौक से महर्षि स्कूल चौक तक रोड खराब है। लिहाजा पहले तो स्ट्रीट लाइट के लिए सड़क चौड़ीकरण करनी होगी। इसके बाद स्ट्रीट लाइट लगाना संभव हो सकेगा, क्योंकि अगर सड़कों के बीच डिवाइडर बनाकर लाइट लगाया जाएगा तो सड़क सकरी हो जाएगी। इससे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अगर किनारे लगाया जाएगा तो भी सड़कों की मरम्मत करानी होगी, क्योंकि यहां के सड़क की हालत ठीक नहीं है।
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जिन स्थानों में स्ट्रीट लाइट लगाने की और आवश्यकता है उन जगहों पर आगे स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना है। चरणबद्ध तरीके से अभी मुख्य सड़कों पर स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है। जहां जरूरत होगी, उन स्थानों को भी चिन्हित किया जा रहा है।