मामला कुछ ऐसा है
कोलायत एसएचओ लखबीर सिंह के मुताबिक, बिचलाबास में मदनलाल पुत्र मोहनलाल पारीक का मकान है। गुरुवार रात को उनके पिता मोहनलाल का निधन हो गया इसलिए वे पास में ही रहने वाले अपने दो अन्य भाइयों के घर चले गए। रात करीब पौने तीन या तीन बजे वह किसी काम से वापस अपने घर आए। तब उन्हें अंदर कुछ आवाजें सुनाई दी। इसके बाद उन्होंने मोहल्ले एवं अपने रिश्तेदारों को मौके पर बुला लिया। उन्होंने पूरे घर को घेर लिया और चोरों को ललकारा।
चोरों ने खुद को किया कमरे में बंद
लोगों के ललकारने पर चोर डर गए। उन्होंने ग्रामीणों के गुस्से से बचने के लिए पुलिस कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी। चोर ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर कहा कि वे कोलायत में किसी घर में चोरी करने आए थे। गांव वालों ने उन्हें घेर लिया है। वे उन्हें मार डालेंगे। पुलिस को भेजो। पुलिस कंट्रोल रूप में ड्यूटी अधिकारी ने पहले तो इसे मजाक समझा, लेकिन जब चोरों ने दुबारा फोन किया, तो पुलिस हरकत में आई। पुलिस कंट्रोल रूम ने कोलायत पुलिस को इत्तला दी।
इस तरह से बचा पाई पुलिस
चोरों के घर में घुस कर खुद को बंद करने की सूचना पर पुलिस मौके पर गई। पुलिस टीम ने वहां चोरों से बात की। चोरों को जब विश्वास हो गया कि पुलिस आ गई है और उनके कमरे के बाहर खड़ी है, तब चोरों ने कमरे का दरवाजा खोला। पुलिस दोनों चोरों को थाने ले आई।
चोरों ने हाथ जोड़ मांगी माफी, बोले हर्जाना दे देंगे
पुलिस जब चोरों को गाड़ी में डालकर ले जा रही थी तब चोरों ने लोगों से हाथ जोड़ कर माफी मांगी। बोले- माफ कर दो, हम आपका हर्जाना भर देंगे। पुलिस के सामने चोर हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगे। लोगों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने हथियारों के साथ चोरों को अपने काबू में लिया, ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो।
दोनों गिरफ्तार
कोलायत एसएचओ लखबीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने सरदार शहर के वार्ड नंबर 14 निवासी इन्द्रराज (40) पुत्र धर्मपाल कुम्हार, फाजिल्का के अबोहर तहसील के भाववाला निवासी सज्जन कुमार (39) पुत्र हंसराज कुम्हार को गिरफ्तार किया है। इन पर प्रदेश के विभिन्न थानों में चोरी के प्रकरण दर्ज हैं।
अंतिम संस्कार से लौटेगा परिवादी, तब दर्ज होगी रिपोर्ट
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ मदनलाल की ओर से रिपोर्ट देने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को मदनलाल अपने पिता के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने के लिए अपने पैतृक गांव सरदारशहर के मेहरी गए हैं। वहां से आने के बाद तहरीर देंगे। तब आगामी कार्रवाई की जाएगी।