यह है मामला
दो जनवरी से चार जनवरी के बीच धोबी तलाई स्थित एक मकान में चोरी की वारदात हुई। चोर यहां से सोने-चांदी के जेवरात व करीब डेढ़ लाख रुपए की नकदी चुरा ले गया। मकान मालिक यासमीन बानो अपने पीहर चूरू गई हुई थी। पांच जनवरी को वापस आई तक वारदात का पता चला। पीडि़ता ने कोटगेट थाने में मामला दर्ज कराया।
एसएचओ राठौड़ ने बताया कि यासमीन के साथ उसका भतीजा सरदारशहर निवासी रहमान रह रहा था। वारदात के बाद से उसकी भूमिका संदिग्ध लग रही थी। मामला दर्ज कराने भी वह पीडि़ता के साथ थाने में आया था। पुलिस को उस पर शक होने पर जांच-पड़ताल बारीकी से की। तब पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस ने थाने लाकर रहमान से सख्ती से पूछताछ की तो उसने चोरी की वारदात कबूल कर ली। आरोपी की निशानदेही पर चोरी का मामला बरामद कर लिया गया है।
राठौड़ ने बताया कि आरोपी पीडि़ता के साथ रह रहा था। जो उसका रिश्ते में भतीजा था। वह उस पर पूरा विश्वास करती थी। ऐसे में घर की एक चाबी आरोपी के पास रहती थी। पीडि़ता दो जनवरी को रहमान के साथ अपने पीहर चूरू चली गई। अगले दिन रहमान अकेला बीकानेर आया और मकान की दूसरी चाबी से ताला खोलकर गहने व रुपए चोरी कर लिए और उन्हें किसी और स्थान पर छुपा दिए। बाद में वापस चूरू आ गया। वारदात का पता चलने पर वह बीकानेर आकर वापस पीडि़ता के साथ रहने लगा। वह पीडि़ता के साथ खुशी मोहम्मद बनकर आया था। पीडि़ता व पुलिस को उस पर शक न हो इसलिए वह बार-बार थाने में भी आता रहा।