डरे-सहमे लोग पुलिस थानों और अखबार के कार्यालय में धमाके के बारे में पुख्ता जानकारी लेने में लगे रहे लेकिन कहीं से भी उन्हें पुख्ता जानकारी नहीं मिली। पुलिस और प्रशासन भी सतर्क हो गया। शाम तक की पता नहीं चल सका कि धमाका कहां और कैसे हुआ।
पहले भी हुआ था
ऐसा ही धमाका पहले भी हुआ था। यह धमाका नाल वायुसेना अड्डे से उड़ान भरने वाले सुपरसोनिक लड़ाकू विभाग के कारण हुआ था। इसलिए एकबारगी लोगों व प्रशासन ने भी सोमवार को हुए धमाके को भी सुपरसोनिक विमान की आवाज बताई, जबकि नाल एयरफोस से किसी विमान ने उड़ान नहीं भरी। ऐसे में पूरे दिन इस धमाके को लेकर केवल कयास ही लगाए जाते रहे।
सांप ने डंसा, भोपे के इलाज ने ली जान
नोखा. नोखा के सूरपुरा गांव में पिछले दिनों गोगाजी के जागरण के दौरान भोपे ने एक व्यक्ति के गले में सांप डाल दिया। इसी दौरान सांप ने उस व्यक्ति को काट लिया। इलाज के लिए अस्पताल भेजने की बजाय कथित भोपा तंत्र-मंत्र करता रहा और आखिरकार उसकी मौत हो गई। इस मामले में आरोपित भोपे के खिलाफ भादंस की धारा 304 गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
थानाधिकारी दरजाराम के मुताबिक मृतक का नाम भंवरलाल पुत्र बन्नाराम मेघवाल निवासी लील की ढाणी नोखागांव है। मृतक के चाचा कुम्भाराम मेघवाल ने इस्तगासे के जरिए मामला दर्ज करवाया कि वह भतीजे भंवरलाल, गणेशाराम व भंवरलाल की पत्नी निरमा के साथ 15 अगस्त को सूरपुरा में गोगाजी के जागरण में गए। जागरण के दौरान हरिराम मेघवाल नाम के भोपा ने एक सांप जो कि उसने अपने हाथों में ले रखा था, जबरदस्ती भंवरलाल के गले में डाल दिया। गले में डालते ही सांप ने भंवरलाल को डस लिया।
भंवरलाल उसी समय बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। भंवरलाल को इलाज के लिए ले जाने लगे तो भोपे ने हमें इस अंधविश्वास में लेते हुए कहा कि गोगाजी की छाया आई है, इसे कुछ नहीं हुआ है। अभी सही हो जाएगा। भोपे ने भतीजे भंवरलाल को इलाज के लिए अस्पताल नहीं ले जाने दिया और वहीं जोत के पास बेहोशी की हालत में सुला दिया। उस पर तंत्र-मंत्र विद्या करने लगा।
समाज के लोगों को फोन कर सारी बात बताई। बाद में गांव से समाज के लोग गाड़ी लेकर आए व भंवरलाल को देखा जो अचेत अवस्था में था। उसे बीकानेर पीबीएम हॉस्पिटल लेकर गए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवादी का आरोप है कि भोपे हरिराम ने भतीजे के गले में जबरदस्ती जहरीला काला सांप डाल कर मार दिया।