नाल पुलिस के अनुसार परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि उसका बेटा ओमप्रकाश जयमलसर गांव में ढाणी बनाकर रहता है। वह मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहा था। पिछले कई दिनों से वह हरबंशसिंह बावरी के खेत में मजदूरी कर रहा था। तीन दिसंबर को हरबंश सिंह का बेटा दीपक बाइक लेकर ओमप्रकाश की ढाणी आया और उसे अपने साथ मूंगफली निकालने के लिए ले गया। उसके बाद वह वापस घर नहीं आया। तब परिवादी ने हरबंश सिंंह व उसके बेटों से ओमप्रकाश के बारे में पूछा तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
सप्ताहभर पहले दर्ज कराई थी गुमशुदगी
परिवादी ने बेटे ओमप्रकाश की खोजबीन की लेकिन वह कहीं नहीं मिला तो दस दिसंबर को नाल थाने में ओमप्रकाश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। परिवादी का बेटा जीतसिंह व लक्ष्मणसिंह अपने भाई ओमप्रकाश की तलाश करते हुए सोमवार को बज्जू गए तो पता चला कि एक शव सीएचसी बज्जू की मोर्चरी में रखा हुआ है। वहां जाकर देखा तो वह शव ओमप्रकाश का था। उसका शव नहर में मिला। मृतक के दोनों पैर उसके सिर पर बांधने वाले गमछे से कसकर बांधे हुए थे। शव परिजनों को सौंपा, जांच शुरू
नाल एसएचओ महेन्द्र दत्त शर्मा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। मामले की जांच शुरू की गई है।