बता दें, खेजड़ी बचाओ आंदोलन के दौरान कुछ लोग लॉरेंस बिश्नोई का फोटो लगा बैनर लेकर पहुंचे। इसके ऊपर ‘जीव बचाओ पर्यावरण बचाओं’ का संदेश भी लिखा है। वहीं, इस दौरान भारी पुलिस भी थी…इसलिए पुलिस के बीच लॉरेंस बिश्नोई का फोटो लगा पोस्टर चर्चा में आ गया है। ऐसे में पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं, साथ ही बंद करवाने वालों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
बीकानेर का मुख्य बाजार बंद रहा
दरअसल, अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के आह्वान में आज खेजड़ी बचाने के लिए बीकानेर का बंद का आह्वान किया गया। जिसमें शहर के मुख्य सहित अधिकांश बाजार बंद रहे। इस बंद में सर्व समाज का सहयोग रहा। सभी ने साथ मिलकर विरोध-प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट परिसर में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। जिसमें भाजपा नेता व पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी भी शामिल रहे। इस दौरान देवी सिंह भाटी ने नष्ट हो रहे पर्यावरण को लेकर चिंता जताई और राज्य सरकार को आगाह किया कि सरकार समय रहते उचित कदम उठाए अन्यथा आंदोलन को तेज किया जाएगा। वहीं, महासभा के एक प्रतिनिधि ने जिला कलेक्टर से वार्ता की, लेकिन यह वार्ता बेनतीजा रही।
प्रतिनिधि मंडल के लोगों ने बताया कि प्रशासन ने कहा कि यह मामला उनके हाथ में नहीं है, क्योंकि कानून में सरकार ही संशोधन कर सकती है। यही जवाब प्रतिनिधि को पुलिस प्रशासन की ओर से मिला। ऐसे में अब यह आंदोलन राज्य स्तरीय आंदोलन बन गया है। सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी।
इससे पहले बुधवार को बिश्नोई धर्मशाला में संतों के सान्निध्य में बैठक आयोजित की गई। इसमें अलग-अलग टोलियां बनाकर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। बैठक में स्वामी हरिनारायण महाराज, कृपाचार्य महाराज, बालक पवनपुरी महाराज के सान्निध्य में बंद की रूपरेखा तैयार की गई थी।
खेजड़ी कटाई से पर्यावरण प्रेमी नाराज
नोखा के पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई के अनुसार नोखा दैया में सोलर प्लांट्स लगाने के लिए खेजड़ी के पेड़ों को काटा गया है। मुख्यमंत्री से प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर यह मामला रखा था। उन्होंने खुद भी मुख्यमंत्री से मिलकर खेजड़ी की कटाई पर रोक लगाने और कानून बनाने की मांग की। तीन-चार दिन पहले फिर खेजड़ी के पेड़ काटने की घटना से पर्यावरण प्रेमियों में भारी रोष है।