अगर नहर विभाग से 5-7 दिन अतिरिक्त पानी मिल जाता है तो शहर में नहरबंदी के दौरान हर दूसरे दिन पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। नहरबंदी से पहले जलाशयों व डिग्गियों में पानी का भंडारण किया जाएगा और नहरीबंदी के दौरान इनसे आपूर्ति होगी।
गांवों में पेयजल आपूर्ति की 75 स्कीमों में 125 जलाशय बने हुए हैं। वहीं शहरी क्षेत्र में बीछवाल एवं शोभासर में जलाशय बने हैं। इनकी क्षमता नगरीय क्षेत्र में 17 दिनों तक जलापूर्ति की है।
20-25 दिन आपूर्ति संभव
अभी बरसलपुर, चारणवाला, भूरासर की नहरों और माइनर में पानी चल रहा है। यह जलापूर्ति वरीयता 23-24 मार्च तक चलेगी। 24 से 29 मार्च तक उन नहरों को चलाया जाएगा, जो अभी बंद हैं।प्रथम वरीयता की नहरों में पीने के पानी के भंडारण के लिए फिर पानी दिया जाएगा।
भंडारण वाले पानी से जलदाय विभाग 20-25 दिन तक आपूर्ति करने में सक्षम है। नहरबंदी 35 दिनों की है। 29 मार्च को नहरबंदी के बाद भी 5-7 दिन पानी देने का प्रयास किया जा रहा है।
विनोद मित्तल, अति. मुख्य अभियंता (रेग्यू.), इंगांनप बीकानेर
पेयजल आपूर्ति की बनाई योजना
पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था के लिए हर रोज बैठकें हो रही है। शहर में दो जलाशयों में 17 दिन तक जलापूर्ति की क्षमता है। यहां एक दिन छोड़कर पानी देने तथा पानी की मात्रा में कटौती की योजना बनाई गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 226 गांवों में से 50 गांवों में दो दिन के बाद, 75 से 80 गांवों में एक दिन बाद पानी देने तथा बाकी गांवों में पानी की मात्रा में कटौती करने की योजना बनाई गई है। वैसे नहर विभाग से नहरबंदी के बाद 5-7 दिन पानी देने का आग्रह किया है। इस पर इसी सप्ताह निर्णय होना है।
दीपक बसंल, अधीक्षण अभियंता (पीएचईडी), बीकानेर