राजस्थान में राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलनों को लेकर शिक्षकों में संशय की स्थिति बनी हुई है। ऐसे हालात शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के सम्मेलनों में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य करने संबंधी बयान के बाद पैदा हुए हैं। इस वजह से इस बार बहुत कम शिक्षक अपने घर गए हैं।
अन्यथा आमतौर पर शिक्षक सम्मेलनों में शिक्षकों की उपस्थिति कम होती है, क्योंकि बाहर के अधिकांश शिक्षक घर चले जाते हैं। खासतौर से महिला शिक्षिकाएं। देखने में आता है कि हर साल के शिक्षक सम्मेलनों में महिलाओं की तादाद बहुत कम होती है। हालांकि प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया है।
बीकानेर में एक संगठन का सम्मेलन
आमतौर पर बीकानेर में दो-तीन शिक्षक संगठनों के राज्य स्तरीय सम्मेलन होते हैं। ऐसे में कई शिक्षक इसमें जाकर अपनी मौजूदगी जता देते हैं, लेकिन इस बार बीकानेर में केवल शिक्षक संघ एलिमेंट्री सेकेंडरी टीचर सोसिएशन (रेसटा) का सम्मेलन हो रहा है।
इस वजह से कई शिक्षक इस संघ के संपर्क में हैं। ताकि अगर आदेश जारी हो सके, तो शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज कर सकें, जबकि इस संघ ने अपने सम्मेलन के लिए 350 प्रतिभागियों की व्यवस्था कर रखी है। टाउन हॉल में इतनी जगह भी नहीं है कि सभी शिक्षकों को बैठाने की व्यवस्था की जा सके।