जानकारी के अनुसार शनिवार देर रात को देसलसर गांव के पास भारतमाला सड़क अचानक धंस गई। इस दौरान सड़क पर करीब 20 फीट चौड़ा और 60 फीट लंबा गड्ढा बन गया। रात्रि को अंधेरा होने से सड़क पर बना गड्ढा दिखाई नहीं दिया और बाइक पर सवार दोनों युवक गहरे गड्ढे में जा गिरे।
हादसे में धरनोक निवासी ओमप्रकाश (35) पुत्र जेठाराम नायक की मौके पर मौत हो गई। इस दौरान धमाके की आवाजसुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दूसरे घायल युवक पांचू निवासी भल्लाराम नायक (35) को गड्ढे से बाहर निकाला। उसे उपचार के लिए पीबीएम अस्पताल बीकानेर में भर्ती करवाया। वहीं मृतक का शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। घटना स्थल पर यातायात चालू रहने से अन्य हादसा होने की आशंका के चलते विधायक बिश्नोई ने भारतमाला सड़क को बन्द करने का जिला कलक्टर से आग्रह किया। देर रात को पुलिस ने गश्त के दौरान सड़क धंसने की सूचना भारतमाला अधिकारियों को दी थी।
मांगों को लेकर धरना
हादसे में मृतक ओमप्रकाश की मौत होने के बाद तीन मांगों को लेकर पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के सामने धरना भी दिया गया। इसमें पीडि़त परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने, केंद्र सरकार द्वारा मृतक के परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले परियोजना के अधिकारियों खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई। धरने में मृतक के परिजन, विधायक बिश्नोई, धरनोक सरपंच जयपाल ङ्क्षसह राजवी, युवा नेता मगनाराम केड़ली, लक्ष्मण गोदारा, रामचंद्र खिलेरी सहित लोग शामिल हुए।
विधायक पहुंचे, तो मौके से गायब हुए कंपनी के लोग
हादसे की सूचना मिलने के बाद विधायक बिहारीलाल बिश्नोई मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने उनको बताया कि जिस समय भारतमाला सड़का निर्माण कार्य चल रहा था। उस वक्त कंपनी के प्रतिनिधियों को कई बार अवगत कराया था कि यहां पर नकारा बजरी खदान है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में यहां से सटी दूसरी सड़क भी इस प्रकार धंस गई थी, उस वक्त सड़क कंपनी के अधिकारियों ने लीपापोती कर उसे सही करवा दिया था। जिस स्थान पर सड़क धंसी है। वहां मशीन से सड़क को ठीक करने का काम किया जा रहा था, लेकिन जैसे ही विधायक व पुलिस मौके पर पहुंची, तो कंपनी के प्रतिनिधि मौके से गायब हो गए। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
मामले की जांच कराने की मांग
विधायक बिश्नोई ने भारतमाला सड़क परियोजना में हादसा होने के बाद जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल से फोन पर बातचीत की। उन्होंने कंपनी प्रतिनिधियों द्वारा बरती गई लापरवाही की जांच कराने व दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कराने की बात कही। साथ ही नोखा क्षेत्र में जिन स्थानों से भारतमाला सड़क का निर्माण कराया गया है, वहां अन्य स्थानों पर नाकारा बजरी खदान बताए जा रहे हैं, ऐसे में पूरे मामले की जांच कराई जाए और सड़क निर्माण फिर से कराने की मांग की गई।