आपको बता दें कि विंग कमांडर अभिनंदन शुक्रवार रात करीब 60 घंटे बाद वतन लौट आए। अटारी सीमा से उन्हें पहले अमृतसर लाया गया, जहां से वह वायुसेना के विमान से देर रात दिल्ली लाए गए। इससे पहले अभिनंदन की वतन वापसी को लेकर शुक्रवार दिनभर गहमागहमी रही। अटारी सीमा पर सुबह से ही तिरंगे के साथ लोगों का जमावड़ा रहा। पाक ने अभिनंदन को लौटाने के लिए दो बार वक्त बदला।
पाक के एफ-16 विमान को मार गिराने के दौरान अभिनंदन का जेट मिग-21 पाक सीमा में गिर गया था। अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते पाक को झुकना पड़ा और प्रधानमंत्री इमरान खान को असेंबली में अभिनंदन को लौटाने का ऐलान करना पड़ा। पाक जहां अपनी पहल को शांति की दिशा में उठाया गया कदम बता रहा है तो वहीं भारत ने इसका कारण जेनेवा समझौते को बताया।
अभिनंदन की वापसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, अभिनंदन के अदम्य साहस पर राष्ट्र को गर्व है। हमारी सेनाएं 130 करोड़ भारतीयों के लिए प्रेरणस्रोत हैं। वंदे मातरम्। ‘अच्छा लग रहा है, घर लौटकर खुश हूं। लंबा था इंतजार मगर यह खुशी अनमोल है।’
भारत में कदम रखने के बाद अभिनंदन की पहली प्रतिक्रिया