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पासपोर्ट बनवाने का किया आवेदन तो लगा पता
शनिवार को बरेली से शोभा देवी के प्रमाण पत्र की जांच एलआइयू प्रभारी आनंद सिंह,अमर पुनिया व प्रीति देवी के पास पहुंची।एलआइयू प्रभारी ने जब शोभादेवी से पासपोर्ट बनवाने की बाबत जानकारी हासिल की तो उसने अपने आप को बांग्लादेशी होना बताया।उसने बताया कि उसकी मां बांग्लादेश में रहती है।वह कई वर्षों से उससे नहीं मिली है।इसके चलते उसने पासपोर्ट बनवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।एलआइयू टीम ने मामले की जानकारी कोतवाली प्रभारी को दी।पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया।एलआइयू टीम की रिपोर्ट पर शहर इंचार्ज मनोज श्रीवास्तव ने महिला के खिलाफ विदेशी अधिनियम, पासपोर्ट अधिनियम व धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है।उसकी 15 वर्षीय पुत्री कुसुम भी है।उसका पति नगर में ही एक बीज भंडार की दुकान पर कार्य करता है।पुलिस व खुफिया विभाग की टीम उसके परिवार के बारे में जानकारी जुटा रही है।
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नाम बदलकर रह रही थी महिला
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि शोभा देवी नाम बदलकर रह रही है।महिला अपना असली नाम नहीं बता रही है।वह बांग्लादेश से आई थी और बालस्वरूप के साथ शादी करके रहने लगी।पत्नी की गिरफ्तारी के बाद पति गायब है।बताया जा रहा है कि महिला ने फर्जी दस्तावेज पासपोर्ट बनवाने के लिए लगवाये हैं।वहीं एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि बिजनौर में अवैध रुप से रह रही बांग्लादेशी महिला पकड़ में आई है। बीस साल के अंतराल में महिला ने पुलिस-प्रशासन की आंखों में धूल झोखकर अब फर्जी दस्तावेज हासिल करना चाहती थी। उसने अपना नाम बदलकर शोभा रख लिया था।पुलिस और अन्य टीमो द्वारा पूछताछ जारी है।