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अब बाजारों और मंडियों में हाथों को सैनिटाइज करने के लिए बजेगा हूटर, नहीं किया ऐसा तो होगी कड़ी कार्रवाई दरअसल, नौतनवा विधानसभा से विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत सात लोग बिना यात्रा पास के पहले तो उत्तराखंड गए और बगैर पास के बिजनौर से होते हुए गोरखपुर लौट रहे थे। नजीबाबाद थाना क्षेत्र की पुलिस ने लॉकडाउन को लेकर समीपुर पुलिया के पास विधायक के काफिले को रोक लिया था। जहां पुलिस ने लॉकडाउन उलंघन करने पर धारा 268, 269, 188 व 03 महामारी अधिनियम समेेत 51 बी आपदा प्रबंधन 2005 के तहत अभियोग पंजीकृत करते हुए अमनमणि त्रिपाठी, माया शंकर, ओमप्रकाश यादव,रितेश यादव, संजय कुमार, मनीष कुमार और उमेश चौबे को गिरफ्तार किया था।
उस दौरान अमनमणि त्रिपाठी ने कहा था कि वह 1 मई को उत्तराखंड के बद्रीनाथ व केदारनाथ निकले थे। इसकेे साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के तेरहवीं में शामिल होने के लिए भी लिखित में पत्र प्रशासन को दिया था। उसके बावजूद कुछ गलतफहमी के कारण प्रशासन ने उन्हें रोका और गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि वह पब्लिक रिप्रेजेंटेटिव हैं और इसलिए उन्हें समाज से जुड़े लोगों के यहां आना-जाना होता है। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि उनके पास लॉकडाउन के दौरान यूपी का कोई यात्रा पास नहीं था।
गिरफ्तारी के बाद निर्दलीय विधायक ने जमानत मांगी थी, जिसे मजिस्ट्रेट ने मंजूर भी कर लिया था। हालांकि उसके बाद सभी को क्वारंटीन में रखा गया। अब इन सभी की क्वारंटीन अवधि पूरी हो चुकी है। अब विधायक अपने साथियों समेत गृह जनपद लौट सकते हैं।