ये है परेशानी
आरक्षण है लेकिन जानकारी ही नहीं
गैस पीडि़त संगठनों का आरोप है आईटीआई गैस राहत एवं पुनर्वास के तहत बनी। करीब आठ करोड़ रुपए इस पर खर्च हुए थे। लेकिन यहां गैस पीडि़तों को न तो ट्रेनिंग मिली न ही एडमिशन में प्राथमिकता। भोपाल ग्रुप ऑफ इनफारमेंशन एवं एक्शन की रचना ढींगरा के मुताबिक यहां ज्यादा विद्यार्थी बाहर से हैं। गैस पीडि़तों को फायदा नहीं है। कई लोगों को जानकारी ही नहीं है।
जॉब फेयर में पहुंचे थे लेकिन जॉब नहीं मिला। ट्रेनिंग के बाद बेरोजगार हैं। कुछ माह पहले यहां पर आयोजन किया गया था। आईटीआई में यह आयोजन किया गया था।
– आरिफ खान
दसवीं पास करने के बाद आईटीआई में दाखिला पाने के लिए आवेदन दिया था। लेकिन प्रवेश नहीं मिला। प्राइवेट में दाखिला लेना पड़ा। बेहतर प्रतिशत होने के बाद भी दिक्कत आई।
– जतिन राजपूत
अगले माह से दाखिले
जानकारी के मुताबिक अगले माह से दाखिलों की प्रक्रिया शुरू होगी। ऑनलाइन आवेदन किए जाने हैं। यहां करीब 15 से ज्यादा ट्रेड हैं। तीन नए कोर्स शुरू होना है। लेकिन प्रवेश अगले सत्र में मिल पाएंगे।
प्रशिक्षण के बाद मिलेगा रोजगार
अभी कई ट्रेंड में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन नए कोर्स शुरू होना है। इसके साथ कुछ निजी एजेंसियों से ट्रेनिंग के लिए अनुबंध किया जा रहा है। जिसके चलते प्रशिक्षण के साथ युवाओं को सीधे रोजगार मिल सकेगा।
– श्रीकांत गोलाइत, प्राचार्य, मॉडल आईटीआई गोविंदपुरा