भारी बारिश की वजह से प्रदेश में हालात खराब हैं। खासतौर पर ग्वालियर चंबल इलाके में कई गांवों, कस्बों में अभी भी पानी भरा है। सड़कें पानी में डूबी हैं जिससे यातायात में काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 16 सितंबर के बाद 4 अक्टूबर तक विभिन्न मौसमी गतिविधियों के कारण मध्य प्रदेश में मॉनसून दोबारा सक्रिय रहने का अनुमान है। इसके कारण कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
मध्यप्रदेश और इसकी उत्तरी सीमाओं से सटे इलाकों में पश्चिम की ओर बढ़ने वाली निम्न दबाव प्रणाली की संभावना है। इसके कारण तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, जैसे राज्यों के साथ ही मध्यप्रदेश में भी भारी बारिश हो सकती है।
18 सितंबर के आसपास गरज-चमक के साथ बारिश होने की उम्मीद है। कम दबाव प्रणालियों के पश्चिम की ओर बढ़ने पर प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। राजस्थान की ओर से आने वाली नमी मध्यप्रदेश में 22 या 23 सितंबर तक हल्की बारिश करा सकती है।
पिछले साल 7 अक्टूबर को मानसून विदा हुआ था जबकि सन 2022 में मानसून की सक्रियता 14 अक्टूबर तब बनी रही थी।
अधिकांश मौसम एजेंसियों के पूर्वानुमानों के अनुसार मॉनसून की विदाई इस साल सितंबर के अंतिम सप्ताह से ही शुरू होने का अनुमान है।