शहर में पीपल के 2 हजार से ज्यादा पेड़ हैं
बरगद के लगभग 700 बड़े पेड़ हैं
सबसे पुराना पीपल का पेड़ कमला पार्क के पास 120 से 125 साल का
सबसे पुराना बड़ का पेड़ हाथीखाना में 140 साल पुराना
लेक सिटी, ग्रीन सिटी भोपाल यूं ही हरियाली के लिए प्रसिद्ध नहीं है। यहां बहुत पहले से ही वृक्षों और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम हो रहा है। यहां के पेड़-पौधे और हरियाली धर्म से भी जुड़े हैं। शहर में कई धार्मिक स्थल हैं जो पेड़ों से जुड़े हैं। उनके नाम के पेड़ जुड़े हैं। तो शहर में एक दर्जन से ज्यादा ऐसी मस्जिद हैं जो पेड़ों के नाम पर हैं। तो बड़वाले महादेव और पीपलेश्वर मंदिर भी यहां हैं।
भोपाल•Jun 05, 2023 / 12:53 am•
Mahendra Pratap
Hindi News / Bhopal / भोपालवासियों की धार्मिक आस्था से जुड़े हैं पेड़, उन्हीं के नाम से हैं गलियां और चौराहे