वहीं अब कांग्रेस से हो रहे खुलासों के चलते भाजपा अब अटैकिंग छोड़ कुछ मामलों में डिफेंस की स्थिति में आ गई है।
दरअसल भाजपा की ओर से लगातार मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार को लंगड़ी बताते हुए कभी भी गिर जाने या गिरा दिए जाने की बातें कहीं जा रहीं थी। इसी बात पर अब कमलनाथ ने एक ऐसा पलटवार किया है कि सूत्रों के अनुसार भाजपा अपने नेताओं को ही संदिग्ध रूप में देखने को मजबूर हो गई है।
MUST READ : कांग्रेस की इन तैयारियों से सदमे में आई भाजपा! पढ़ें पूरी खबर
समाने आ रही जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस बात का दावा किया है कि कई भाजपा विधायक उनके संपर्क में हैं और उन विधायकों का मानना है कि अब बीजेपी में उनका कोई भविष्य नहीं है और वह कांग्रेस में आना चाहते हैं। ये बात उन्होंने एक टीवी चैनल से साक्षात्कार में कही।
जबकि इससे पहले तक भाजपा की ओर से लगातार ये दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस की सरकार जल्द गिर जाएगी क्योंकि उसके पास पूर्ण बहुमत नहीं है यानि कांग्रेस अन्य दल और निर्दलीयों के समर्थन से चल रही है।
ये है मामला…
ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस को 114 और बीजेपी को 109 सीटें मिली थी। कांग्रेस सपा और बसपा और निर्दलीयों के समर्थन के साथ सरकार चला रही है। ऐसे में कई बार निर्दलीय और बसपा विधायक के तेवर चर्चा में बने हुए हैं, जिसके चलते बीजेपी की ओर से लगातार कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
कमलनाथ का जवाब…
इधर, दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे कमलनाथ ने कहा, भाजपा के पांच विधायक मुझसे मिलने आए और उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की मंशा जाहिर की थी। उन्होंने मुझसे कहा कि अब उन्हें ऐसा महसूस हो रहा है कि भाजपा में उनका कोई भविष्य नहीं है।
यहां उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग इसकी लगातार कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे कुछ विधायकों ने बताया भी कि उनको भाजपा की ओर से कई तरह के प्रलोभनों दिए गए। कमलनाथ के मुताबिक बीजेपी के 5-6 विधायक लगातार उनके संपर्क में हैं, लेकिन फिलहाल उन्हें उनकी ज़रूरत नहीं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों का कर्ज माफी किया हमें इस पर गर्व है। सरकार बनने के दो घंटे में ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया गया। साथ ही भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह किसानों को सालों से धोखा दे रही थी। उन्होंने कहा कि कहा कि 10 फीसदी कोटा भी केवल मतदाताओं को बेवकूफ-बनाने के लिए था और जहां तक भारतीय परिदृश्य की बात है तो इसका महत्व नहीं था।