scriptजूडा हड़ताल का तीसरा दिन अस्पतालों में बिगड़े हालात | The situation in the hospitals worsened on the third day of the Juda s | Patrika News
भोपाल

जूडा हड़ताल का तीसरा दिन अस्पतालों में बिगड़े हालात

अधिकारियों के हठ का खामियाजा भगत रहे मरीज, हड़ताल खत्म कराने बातचीत के लिए तैयार नहीं अफसर, जूडा को हॉस्टल खाली करने का दिया नोटिस।

भोपालSep 10, 2021 / 09:42 am

Hitendra Sharma

juda_strike.jpg

भोपाल. हमीदिया अस्पताल में जूडा की हड़ताल से हालात बिगड़ने लगे हैं। वार्डों में भर्ती मरोजों का इलाज नहीं हो रहा। मरीज अस्पताल छोड़ने लगे हैं। गुरुवार को एक दर्जन मरीजों ने खुद को डिस्चार्ज करा लिया। दूसरे दिन 30 से ज्यादा ऑपरेशन टाले गए! अस्पताल और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने भी हड़ताली जूडा पदाधिकारियों पर सख्ती करनी शुरू |

नहीं आए सीनियर डॉक्टर, मरीज परेशान
मेडिसिन वार्ड में भर्ती गुलाम मोहम्मद ने बताया कि वो पेट के दर्द से परेशान है। परिजन ने यहां भर्ती तो कर दिया लेकिन कोई भी डॉक्टर देखने नहीं आया। दर्द कमन होने और इलाज न मिलने के कारण फातिमा के परिजन उन्हें एक निजी अस्पताल में ले गए।

Must See: मंत्रालय के अफसरों को कब्ज का इलाज और मानसिक काउंसलिंग की जरूरत

अकेले मेडिसिन में ही 66 आठ मरीजों की मौत
हड़ताल के चलते मरीजों के मौत की संख्या भी बढ़ी है। अकेले मेडिसिन डिपार्टमेंट में ही गुरुवार को आठ मरीजों ने दम तोड़ा। अस्पताल प्रबंधन ने एचआइएमएस पोर्टल से मौत वाला कॉलम खाली छोड़ दिया जिससे अन्य विभागों में हुई मौतों की जानकारी ना मिल सके।

Must See: गिलोय के औषधीय गुणों से कई बीमारियों का होगा इलाज

सिर्फ तीन जूनियर डॉक्टर्स का है मामला
मालूम हो कि अधिकारियों ने जीएमसी के तीन जूनियर डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन को रोकने के लिए एनएमसी को पत्र लिखा था। जूडा की मांग है कि सरकार अपना आदेंश वापस ले। इसके लिए पिछले दिनों जूडा ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और विभागीय मंत्री से भी मुलाकात की, लेकिन कोई राहत नहीं मिली।

Must See: बिजली और सरकारी योजनाओं में सब्सिडी पर चलेगी कैंची

अधिकारियों की हठ से बढ़ी मुस्किलें
पूरे मामले में विभागीय अधिकारियों का हठ मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। दरअसल जूडा लगातार अधिकारियों से मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अधिकारी उनको समय ही नहीं दे रहे थे और न ही कोई अधिकारी जूडा से इस मामले पर बात करने को राजी था आखिरकार मुशीबतें सिर्फ मरीजों की ही झेलनी पड़ रही है।

वही 22 जूनियर डॉक्टरों को हॉस्टल खाली करने निर्देश दिए गए। जूडा अध्यक्ष डॉ अरविंद मीणा का कहना हैं कि हमारी हड़ताल को इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर के जूडा ने समर्थन देते हुए 24 घंटे में पंजीयन निरस्तीकरण का आदेश वापस लेने का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x8426w6

Hindi News / Bhopal / जूडा हड़ताल का तीसरा दिन अस्पतालों में बिगड़े हालात

ट्रेंडिंग वीडियो