स्कूल शिक्षा विभाग ने शपथ का जो प्रारूप तैयार किया है उसमें कुल सात ङ्क्षबदु हैं। इसमें शिक्षकों को शपथ लेना है कि वे बच्चों के हित में अपना पूर्ण योगदान देंगे और स्कूल के बच्चों के प्रति सदैव समर्पित रहेंगे। इसके साथ ही शिक्षकों को यह शपथ भी लेना है कि वे रेग्युलर स्कूल आएंगे और समय पर स्कूल पहुुंचगें। प्रदेश के कई सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की गैरहाजरी और लेटलतीफी की खबरे सामने आती रही है। शिक्षकों को यह शपथ भी लेना है कि वे पूरी तन्मयता से बच्चों को पढ़ाएंगे और नियमित तौर पर उनकी कॉपियों चैक करेंगे। यह भी कहना है कि कॉपियों में गलती मिलने पर उसमें सुधार करवाएंगे।
– प्रभुराम चौधरी, स्कूल शिक्षा मंत्री मप