- टीओडी-टीडीआर रीसिविंग एरिया के तहत 24 मीटर चौड़ी रोड के दोनों तरफ 50-50 मीटर तक व्यवसायिक निर्माण को पहले ही मंजूर किया जा चुका है। अब 60 मीटर व 75 मीटर चौड़ी रोड पर पांच से सात गुना तक निर्माण अनुमति देकर ज्यादा निर्माण की राह खोल दी है।
- शासन के नए नियम से कोई छोटी कॉलोनी, मोहल्ले की सडक़ व स्थिति का असर नहीं होगा। ये नियम बायपास रोड व नई तय व शहर से बाहर की सडक़ों पर ही लागू हो पाएगा। शहर के भीतर की सडक़ें 30 मीटर की चौड़ाई में है। इससे नियम से वे अप्रभावित रहेंगे।
- नर्मदापुरम रोड
- रायसेन रोड
- भोपाल-इंदौर बायपास रोड
- भोपाल-विदिशा बायपास रोड
- भोपाल-जबलपुर हाईवे
- भोपाल एयरपोर्ट के लिए जाने वाली सडक़,
- भोपाल के नये डेवलपमेंट जोन के एक्सप्रेसवे
- मंडीदीप और कटारा हिल्स के आस-पास के क्षेत्र।
- बैरसिया रोड से सेवनिया ओंकारा तक 60 मीटर के मास्टर प्लान रोड
- खजूरीकलां अवधपुरी क्षेत्र में 60 मीटर चौड़ी मास्टर प्लान रोड – बावडिया कला व बंजारी के कॉ-ऑर्डिनेशन मार्ग को मास्टर प्लान रोड के तौर पर तय कर चौड़ाई 24 मीटर की गई है
- खजूरीकलां में अवधपुरी से रायसेन रोड तक 60 मीटर मास्टर प्लान रोड
- 60 मीटर व इससे अधिक चौड़ी रोड पर 4000 वर्गमीटर के भूखंड पर अभी तीन एफएआर है, इसे पांच किया है।
- 75 मीटर व इससे अधिक चौड़ी रोड़ पर 4500 वर्गमीटर के भूखंड पर अभी तीन एफएआर है, इसे पांच किया है।
- 75 मीटर व इससे अधिक चौड़ी रोड पर 4500 वर्गमीटर के भूखंड पर अभी तीन एफएआर है, इसे सात किया गया है।
- दिल्ली के विशेष व्यापारिक क्षेत्रों (जैसे कनॉट प्लेस) और ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट कॉरिडोर में 7 एफएआर की अनुमति दी गई है।
- मुंबई में क्लस्टर डेवलपमेंट और रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स (जैसे स्लम रीडेवलपमेंट और सेसा जोन) में 7 एफएआर है।
- बेंगलुरु में विशिष्ट आईटी कॉरिडोर और विशेष आर्थिक क्षेत्रों में उच्च एफएआर लागू होता है।
- हैदराबाद में विशेष रूप से हाई-टेक सिटी और फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्ट में सात एफएआर है।
- गुडग़ांव (गुरुग्राम) एनसीआर क्षेत्र में विशेष आर्थिक क्षेत्र और मिश्रित भूमि उपयोग परियोजनाओं में।
- नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो और ट्रांसपोर्ट हब के आसपास उच्च एफएआर दिया गया है।
- पुणे में आईटी हब और रियल एस्टेट के बड़े क्लस्टर में पांच से सात एफएआर है।
न्यूयॉर्क सिटी के मैनहट्टन जैसे घने इलाकों में 7 एफएआर या उससे अधिक की अनुमति दी जाती है।
- सिंगापुर में मरीना बे और सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट जैसे इलाकों में अत्यधिक एफएआर की अनुमति है।
- हांगकांग में घने आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों में एफएआर 10 से भी अधिक होता है, लेकिन औसत सेप्शल ज़ोन में 7 एफएआर आम है।
- दुबई में बिजनेस बे, डाउनटाउन दुबई, और पाम जुमेराह जैसे इलाकों में उच्च एफएआर मिलता है।
- टोक्यो (जापान) के अत्यधिक घने शहरी इलाकों और मेट्रो स्टेशन के आसपास।
- शंघाई (चीन) के पुडोंग क्षेत्र और विशेष व्यावसायिक इलाकों में सात व इससे अधिक एफएआर मिलता है।
तय से अधिक निर्माण करने एफएआर खरीदना होगा। यहीं टीओडी व टीडीआर पॉलिसी है। नियम बनें है, इसका जमीन क्रियान्वयन भी जल्द नजर आएगा।
- श्रीकांत बनोठ, आयुक्त सह संचालक टीएंडसीपी