- एक्सपर्ट्स के अनुसार निर्माण स्थल पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करना ठेका एजेंसी का जिम्मा होता है और इसे सुनिश्चित कराना संबंधित निर्माण एजेंसी के इंजीनियर का काम। यहां बेरिकेट्स से लेकर रोड को ब्लॉक करने व पर्याप्त रोशनी जरूरी है। इस हादसे ने खराब इंजीनियरिंग और प्रशासनिक लापरवाही को सामने ला दिया। जहां हादसा हुआ वहां निर्माण कार्य अधूरा है। कार सवार रील बना रहे थे ये हादसे का एक कारण तो है लेकिन रोड के जिस हिस्से से कार नदी में गिरी उस जगह पर कोई बाउंड्री भी नहीं बनी थी।
- भोपाल में एक नहीं बल्कि कई ऐसे स्थान है जहां खराब इंजीनियरिंग और अधूरे पड़े कार्य की वजह से लगातार हादसे हो रहे है। भोपाल के बैरागढ़ में इंदौर की तरफ जाने वाला मार्ग कम चौड़ाई की वजह से नया ब्लैक स्पॉट बन गया है। नर्मदापुरम रोड पर कई कट बन गए है जिसके चलते आए दिन हादसे होते रहते वही यहां बनाए गए सावरकर सेतु और बावडिय़ाकला का ब्रिज भी खराब इंजीनियरिंग का बड़ा उदाहरण है जहां छोटे मोटे हादसे होते रहते है।
हम इसे दिखवा लेते हैं। इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे। हमारा काम चल रहा है और सुरक्षा के इंतजामों के लिए कहा गया है।
- बीपी बौरासी, अधीक्षण यंत्री, पीडब्ल्यूडी