भाजपा के केन्द्रीय संगठन ने प्रदेश भाजपा को निर्देश दिए हैं कि पार्टी के सभी विधायकों के संपर्क में रहें और उन पर नजर भी रखें। जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह संभागीय दौरे के माध्यम से विधायकों की नब्ज टटोल रहे हैं और विधायकों से पांच सवाल पूछ रहे हैं। इसके साथ ही वो विधायकों से वन-टू-वन चर्चा भी कर रहे हैं।
राकेश सिंह अब तक 7 संभागों का दौरा कर चुके हैं। इश दौरान उन्होंने 60 से ज्यादा विधायकों से चर्चा की है। सूत्रों के मुताबिक राकेश सिंह भाजपा विधायकों से चर्चा के बाद रिपोर्ट केन्द्रीय संगठन को भेजेंगे।
1. क्या आपसे किसी कांग्रेस नेता ने संपर्क करने की कोशिश की है।
2. आपके क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं की गतिविधियां क्या हैं।
3. क्या आपके जिले या संभाग में कोई ऐसा विधायक है जिस पर कांग्रेस डोर डाल रही हो या वो कमजोर कड़ी साबित हो।
4. विधानसभा के पिछले सत्र में आपकी क्या गतिविधियां रहीं, उपस्थिति कैसी थी। आगे के सत्र की क्या तैयारी है।
5. सदस्यता अभियान में आपने कितना सहयोग दिया है। साथ ही आजीवन सहयोग निधि की स्थिति क्या है।
नारायण त्रिपाठी और शरद कोल के भाजपा से बगावत करने के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को डैमेज कंट्रोल का जिम्मा दिया गया था। उस समय शिवराज सिंह चौहान ने करीब 30 विधायकों से चर्चा की थी। बताया जा रहा है ये वे चेहरे थे भाजपा को जिनके टूटने का डर था। शिवराज ने उनकी समस्या सनते हुए भरोसा दिलाया था कि संगठन उनकी पूरी बात सुनेगा।