शिवराज बोले- धर्म के नाम पर धर्मांतरण या गैरकानूनी गतिविधि बर्दाश्त नहीं
——————— सीएम ने ली रिपोर्ट: बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर की अनिमितताओं और गतिविधियों की जाँच करेगा ईओडब्ल्यू——————–
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में धर्म के नाम पर धर्मांतरण या गैरकानूनी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जबलपुर की ट्रस्ट के मामले में भी इस पहलु की जांच की जाएं। यह बात शिवराज ने शुक्रवार को ईओडब्ल्यू के अफसरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद कही। शिवराज ने ईओडब्ल्यू के आला अफसरों को सुबह तलब किया था। उनसे जबलपुर प्रकरण की पूरी रिपोर्ट ली। अफसरों ने सीएम को बताया कि अनियमितताओं की शिकायत के आधार पर 8 सितंबर को ईओडब्ल्यू द्वारा जबलपुर स्थित बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के चेयरमेन के निवास पर छापा मारा गया। छापे में ट्रस्ट की संस्थाओं की लीज में धोखाधड़ी, टैक्स ना चुकाने जैसी गड़बड़ी और 17 संपत्ति के दस्तावेज, 48 बैंक खाते, एक करोड़ 65 लाख की नगद राशि, 18 हजार 342 यूएस डॉलर और 118 पौंड की राशि सामने आई। साथ ही 8 चार पहिया वाहन बरामद हुए हैं। बड़े स्तर पर गड़बडिय़ां और धोखाधड़ी सामने आई है। शाम को सीएम ने कहा कि राज्य शासन इस बात की जांच कराएगा कि धन का उपयोग कहीं गैर-कानूनी कामों में तो नहीं किया जा रहा था। यह भी देखा जाएगा कि ट्रस्ट के माध्यम से धर्मांतरण और अन्य गैर-कानूनी काम तो नहीं किए जा रहे हैं। इसकी जांच ईओडब्ल्यू करेगा, जिला प्रशासन की अपनी भूमिका होगी। शिवराज ने कहा कि ट्रस्ट की संस्थाओं में धोखाधड़ी, टैक्स नहीं चुकाया जाना या नाम परिवर्तित कर ट्रस्ट के दुरुपयोग, स्टाम्प ड्यूटी या लीज के नवीनीकरण में धांधली की शिकायतें भी आई हैं। इन सारे मामलों को भी ईओडब्ल्यू को सौंपा जा रहा है। जिला प्रशासन भी इसकी जांच में करेगा।
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जमीन लीज पर लेने की शर्तों का उल्लंघन-
शिवराज ने कहा कि शासन द्वारा ट्रस्ट की संस्थाओं को जमीन लीज पर देने की शर्तें निर्धारित होती हैं। जमीन शैक्षणिक उद्देश्य, चिकित्सा संबंधी कार्य, अस्पताल और धर्मस्थल के लिए लीज पर दी जाती है। संपूर्ण प्रदेश से ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि जिस उद्देश्य के लिए जमीन आवंटित की गई थी उसके बजाय कई स्थान पर इसका व्यवसायीकरण हो रहा है। संपूर्ण प्रदेश में इसकी जांच भी की जाएगी।
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