शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी और उनकी सीटों में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है। लेकिन नैतिकता का तकाजा था, इसलिए मैंने कहा कि हमसे ज्यादा सीट कांग्रेस के पास है तो हम सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेंगे। इसलिए हमने दावा पेश नहीं किया। मध्यप्रदेश में हमलोगों ने कांग्रेस को सरकार बनाने दी। घबराई कांग्रेस ने मध्यप्रदेश गंदगी फैलाने की शुरुआत की है, वो अब सफल नहीं होगी। शुरुआत उन्होंने की है और समापन हम करेंगे।
वहीं, जब शिवराज सिंह चौहान से पूछा गया कि वोटिंग के दौरान आपके 22 विधायक सदन में मौजूद नहीं थे, क्या वो भी कांग्रेस के संपर्क में हैं। इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोई किसी के संपर्क में नहीं है। सब अपनी जगह हैं और सब कंट्रोल में हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा को कोई सरकार गिरानी नहीं थी। नहीं तो हम बनने ही नहीं देते। इसलिए हमलोगों ने कभी कोशिश नहीं की कि सरकार गिराई जाए।
मुझे कुछ नहीं कहना है
क्रॉस वोटिंग करने वाले बीजेपी विधायक शरद कौल और नारायण त्रिपाठी पर शिवराज सिंह ने कहा कि इस पर मुझे कुछ नहीं कहना है। निष्कासन के सवाल पर शिवराज सिंह ने कहा कि कुछ अंदर की बातें हैं, जो बाहर नहीं जा सकती है।
दिल्ली भी मध्यप्रदेश की सियासी हलचल पर नजर रख रही है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ध्यान में है। हम तो स्टैबलिटी लाएंगे। वहीं क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के बारे में कहा कि उन्होंने अपनी तरफ से समर्थन किया है, उनका स्वागत है। इससे ज्यादा जेपी नड्डा मध्यप्रदेश कुछ नहीं बोल पाए।