सिंगरौली, पन्ना जिले के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल जिले की समीक्षा (shahdol review meeting) की। वीडियो कांफ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री अपने निवास से जुड़े, वहीं शहडोल से एसपी, कलेक्टर समेत अन्य अधिकारी जुड़े थे। सुबह 7 बजे से समीक्षा बैठक होने से जिले में अफसरों में खलबली मची हुई है।
सिंगरौली जिले की समीक्षा सुबह 7 बजे मुख्यमंत्री ने किसे बर्खास्त करने को कहा, यह है मामला
पन्ना जिले की समीक्षा सुबह 7 बजे मुख्यमंत्री ने किसे बर्खास्त करने को कहा, यह है मामला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल जिले की रिपोर्ट देखी और ओडीओपी की तारीफ की। जिले में डायलिसिस सेवा के लिए भी बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 300 से अधिक मरीजों को लाभ दिया है, पहले स्थान पर आपका जिला है।
चौहान ने जल जीवन मिशन के कामकाज पर असंतोष जताया। इस दौरान नल जल योजना के क्रियान्वयन पर संतोषजनक जवाब नहीं देने पर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को फटकार लगाई। सीएम ने जिले के प्रभारी मंत्री को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आप जाकर नल जल योजना की स्थिति को चेक करें।
इधर, प्रधानमंत्री आवास योजना में भी लेटलतीफी को लेकर इंजीनियर को फटकार लगाई। उन्होंने पूछा कि आवंटन भी ठीक से नहीं किया जा रहा है, योजना में लेटलतीफी और लापरवाही की शिकायतें भी सीएम हेल्पलाइन में आ रही है। इनके अलावा क्षेत्र में सड़कों की हालत और बिजली की स्थिति को लेकर भी नाराजगी जाहिर की है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाके में अच्छे काम चल रहे है, लेकिन इन कामों में भी जो पैसा ले रहे उन्हे सीधे बर्खास्त करने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए।