राजधानी
भोपाल में आठ सीएम राइज स्कूल हैं। इनमें करीब पांच हजार विद्यार्थी हैं। वर्तमान में करीब 15 बसें यहां संचालित हो रही हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने ठेके पर यह व्यवस्था शुरू कराई है। बच्चों के लिए यह सुविधा निशुल्क हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत इनमें सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
बसों की जीपीएस से होगी मॉनीटरिंग
बसों की मॉनीटरिंग के लिए भी व्यवस्था की जा रही है। इसमें इन्हें जीपीएस से जोड़ा जाएगा। इससे यह जानकारी स्कूल को मिलती रहेगी कि विद्यार्थी घर पहुंचा या नहीं। बसों के लिए बच्चों के निवास के आधार पर रूट तय किए गए हैं। इन रूट पर स्टापेज हैं। हर स्टॉपेज पर पहुंचने का समय भी तय है। तय समय तक बस को पहुंचाने के लिए यह व्यवस्था कारगर साबित होगी।