मध्यप्रदेश में भारतीय स्टेट बैंक के खाता धारकों के लिए यह बड़ी राहत की खबर आई है। पिछले काफी दिनों से भोपाल के बैंकों में अचानक बैंकों ने मिनिमम बैलेंस पर भारी-भरकम चार्ज लगा दिया था। इस पर कई ग्राहकों ने हंगामा भी किया था। भोपाल लोकल हेड आफिस के एक अधिकारी ने बताया कि स्टेट बैंक के इस फैसले से मध्यप्रदेश के करीब 1 करोड़ से अधिक खाता धारकों को राहत मिलेगी।
क्या कहते हैं SBI के ग्राहक
भोपाल के संजय दुबे का खाता एमपी नगर बैंक में हैं। वे जब भी बैंक में जाते हैं तो इतनी भीड़ रहती है कि उन्हें काफी देर इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा टोकन सिस्टम देने के बावजूद एक घंटे तक वेट करना पड़ता है। पिछले दिनों उनके खाते में मिनिमम बैलेंस कम होने पर बगैर बताए पैसा काट लिया था।
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में भारतीय स्टेट बैंक की 1219 ब्रांचेस है। इसके साथ ही पांच एसोसिएट बैंकों के मर्जर होने के बाद इनकी शाखाएं भी एसबीआई में तब्दील हो रही हैं। जिससे एसबीआई की ब्रांचेस 1500 के पार हो जाएगी। इसके अलावा मध्यप्रदेश में जनधन खाते करीब 2 करोड़ 22 लाख हैं, जो जीरो बैलेंस पर खोले गए थे।
भोपाल शहरी क्षेत्र होने के कारण सेविंग खाते में एवरेज मंथली बैलेंस नहीं रखने पर हर माह 50 रुपए का जुर्माना लगता था, जो अब 15 रुपए हो जाएगा।
बचत खाते में मिनिमम बैलेंस कितना हो
यदि आपका बचत खाता किसी महानगर में है तो 3 हजार रुपए एवरेज बैलेंस होना चाहिए। पिछले साल सितंबर 2017 से पहले 5 हजार रुपए मिनिमम बैलेंस का नियम था। कस्बाई अथवा गांवों की ब्रांचों के ग्राहकों को 2,000 रुपए और 1 हजार रुपए तय किया गया है।
इससे पहले जब भारतीय स्टेट बैंक ने एवरेज मंथली बैलेंस नहीं रखने वालों से 8 माह में ही 1771 करोड़ वसूल लिए तो इसकी देशभर में काफी आलोचना हुई थी। यह रकम बैंक के मुनाफे से भी काफी आगे निकल गई थी।
अब बैंक जाने पर भी चुकाना होगा टैक्स, 9 दिन बाद लागू होगा ये बड़ा नियम
बंद हो सकता है 2000 का नोट, भारत के इस बड़े बैंक ने दिए संकेत