कॉपर की प्लेट से गुजरती है भाप
शाही हम्माम का संचालन भी शाही तरीके से होता है। खास तरह की लकडिय़ों को 24 घंटे जलाकर स्टीम तैयार की जाती है। स्टीम आने तक पानी को उबाला जाता है। जमीन में बिछी कॉपर की प्लेट से भाप गुजरती है। नीचे बनी सुरंग में आग जलाने से पूरा हम्माम गरम हो जाता है।
स्नान के अनेक फायदे
कदीमी हम्माम की चौथी पुश्त के संचालक मो. अदीब बताते हैं, शाही हम्माम में स्नान से शरीर की सूक्ष्म नसें और रोमछिद्र खुल जाते हैं। इससे थकान दूर होती है, हड्डियों की प्राकृतिक सिंकाई से अंदरुनी दर्द दूर होता है। गठिया में आराम मिलता है और ब्लड सर्कुलेशन सही होता है और त्वचा में निखार आता है। अदीब कहते हैं, परिवार की युवा पीढ़ी को भी विशेष स्नान की कला सिखाई जा रही है ताकि धरोहर बरकरार रहे।