मृतक के छोटे भाई अंशु मालवीय का आरोप है कि सड़क हादसे के दौरान सीएम का खाली काफिला जा रहा था, जिससे सड़क हादसे के बाद भाई और भाभी को अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे, पर वो ट्रैफिक को क्लियर करने पर ध्यान देते रहे और दोनों करीब आधे घंटे तक सड़क पर तड़पते रहे।
उन्हें अस्पताल पहुंचाया, तो भाई न्यू जेल रोड निवासी आकाश मालवीय (25) को डॉटरों ने मृत घोषित कर दिया। वे मेडिकल घायल को अस्पताल ले जाते लोग। स्टोर पर सेल्समैन थे।
हमने जब तक एंबुलेंस में बैठाया, दोनों जिंदा थे
मामले में कोहेफिजा पुलिस का कहना है कि एंबुलेंस न आने के चलते 100 डायल से आकाश और परी मालवीय को अस्पताल पहुंचाया तब तक दोनों जिंदा थे। पुलिस की ओर से मामले में कोई लापरवाही नहीं बरती गई।