मुरैना में गांवों का संपर्क टूटा
कैचमेंट जोन में लगातार बारिश से क्वारी नदी उफान पर है। आधा दर्जन गांवों का संपर्क सबलगढ़ से कट गया है। रामपुरकलां क्षेत्र में ग्राम पंचायत बामसौली के ग्राम भैराखेरा में पानी भर गया है। 42 घर डूब में हैं। लोगों ने एक सुरक्षित स्थान पर निकलकर शरण ली है। जारौली घाट पर पानी का एक टैंकर बह गया। रामपुरकलां क्षेत्र में ग्राम पंचायत बामसोली के ग्राम भैराखेरा में 42 घर डूब में हैं। बामसोली के पास 45 लाख रुपए से बने छोटे डैम में दरार आ जाने से 40 से अधिक घरों में पानी भर गया है। होमगार्ड का रेस्क्यू दल क्वारी और चंबल नदी के हालात पर नजर रखे हुए है।
रोड किनारे दिखे मगरमच्छ
शिवपुरी शहर सहित जिले में हो रही तेज बारिश के दौरान शहर के ठंडी सड़क क्षेत्र में रोड किनारे एक विशालकाय मगरमच्छ विचरण करता हुआ दिखा। यह पहली बार नहीं है बल्कि हर बारिश के मौसम में शिवपुरी शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में मगरमच्छ रोड पर आसानी से देखे जा सकते हैं। शिवपुरी के जलाशयों में मगरमच्छों की संख्या हजारों में हो चुकी है।
शिवपुरी के ग्राम हर्रई, बरखेड़ी व सिलपरा में पार्वती नदी के उफान पर होने से तीनों गांव के ग्रामीण चोतरफा पानी से घिर गए। उन्हें निकालने हेलिकॉप्टर सोमवार शाम करीब छह बजे पहुंचा। जिले के सिलपड़ी गांव में 1400 लोग बाढ़ में फंस गए वही हराई गांव में 400 लोगों के स्कूल में शिफ्ट किया गया है। प्रशासन ने रायपुर गांव के 300 और परखेड़ी के 50 लोगों को सुरक्षित निकाला है।
मुख्यमंत्री को वास्तविक स्थिति की जानकारी
शिवपुरी के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और स्थानीय मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया जी शिवपुरी जिला मुख्यालय में रहकर बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं , रेस्कयू ऑपरेशन को उचित दिशा निर्देश दे रहे है और मुख्यमंत्री को यथास्थिति से निरंतर अवगत करा रहे है ।
देवास में कच्चा घर ढहने से 6 दबे
देवास जिले के ग्राम बिलावली में भारी बारिश के चलते कच्चा मकान ढह गया, जिससे 6 लोग मलबे में दबकर घायल हो गए, ग्रामीणों ने सभी को सुरक्षित निकाल पहुंचाया। घायलों में एक प्रेग्नेंट महिला व बच्चा भी शामिल, जिला अस्पताल में इलाज जारी।
दतिया जिले में 24 गांव में हाई अलर्ट
दतिया जिले में रविवार रात से बारिश जारी है। प्रशासन ने पार्वती नदी के आसपास के 24 गांव को अलर्ट किया है। जिले में रविवार से जारी लगातार बारिश के बाद कई क्षेत्रों मे पानी ही पानी हो गया। कई लोग अपने घरों में कैद हो गई। आवागमन ठप हो गया। कई गांवों का संपर्क भी नदी-नाले उफान पर होने के कारण टूट गया है।
श्योपुर में एसडीआरएफ ने बचाया
श्योपुर का राजस्थान के कोटा, बारां, सवाइमाधोपुर, ग्वालियर, शिवपुरी और मुरैना जिलों से संपर्क कटा कई जगह कच्चे मकान धराशायी, गृहस्थी तबाह हो गई वही विजयपुर में क्वारी नदी की बाढ़ से मैरिज गार्डन में पानी भर गया, जिससे वहां फंसे आधा सैकड़ा लोगों को एसडीआरएफ ने निकाला।
गुना में मकान ढहने से तीन साल के बच्चे की मौत
लगातार पांच दिन से बारिश से सिंगवासा तालाब ओवरफ्लो हो गया। निचली बस्तियों में पानी भराव से घरों में पानी घुस गया। जिले में दस कच्चे मकान गिर गए। नयागांव में मकान के नीचे साढ़े तीन साल के बच्चे की दबने से मौत हो गई। अशोकनगर में भी कई कॉलोनियों पानी भर गया है।
भारी बारिश से टीकमगढ़ और निवाड़ी जलमग्न
बेतवा, जामनी सहित अन्य नदियों के उफनने से रामराजा सरकार की नगरी ओरछा टापू में तब्दील हो गया। वहीं झांसी हाइवे को बाढ़ की वजह से बंद कर दिया गया। निवाड़ी का सडक़ संपर्क अन्य शहरों से कट गया। टीकमगढ़ में सिविल लाइन, कोतवाली थाना परिसर में पानी भर जाने से अधिकारियों को नाव से बाहर निकाला गया। भारी बारिश से सबसे ज्यादा बुरी स्थिति निवाड़ी जिले की है। टीकमगढ़ के आगे ज्यौरा नाले के उफनने से टीकमगढ़-झांसी हाइवे बंद हो गया।
भिण्ड में सोनभद्रिका नदी का पुल ढहा
जिले में हो रही तेज बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। आलमपुर में सोनभद्रिका नदी पर बना अस्थायी पुल तेज बहाव में ढह गया। इससे दो दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया। यहां नए पुल का निर्माण किया जा रहा है। आलमपुर क्षेत्र को उप्र और दबोह से जोडऩे वाला सोनभद्रिका नदी पर नवीन पुल बनाने का काम धीमी गति से किया जा रहा है। ठेकेदार ने नदी में पाइप डालकर अस्थाई पुल बनाया। पुलिस ने आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है।
रीवा में 300 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया
रीवा में भी निचली बस्तियों में पानी भर जाने के बाद 300 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया, जबकि सतना जिले के पतोड़ा गांव में नाला पार करते हुए ट्रैक्टर बह गया। उसके चालक की तलाश की जा रही है।
जबलपुर में बरगी डैम का जल स्तर बढ़ा
जबलपुर और आसपास के जिलों में हो रही भारी बारिश के बाद से बरगी डैम का जल स्तर बढ़ गया है। नर्मदा नदी की सायक नदियां और बरसाती नालों के कारण जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। जबलपुर के तिलवारा घाट, ग्वारीघाट, लम्हेटाघाट और भेड़ाघाट में जल स्तर बढ़ रहा है। निचली बस्तियों में रहने वालों को अलर्ट कर दिया गया है। जिले कंट्रोल रूम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।