बता दें कि ये मामा शहर के ऐशबाग थाने का है। मृतक की पत्नी रुबीना का कहना है कि उनके पति को घबराहट हो रही थी। ये बात उन्होंने एसआई को भी बताई थी। लेकिन, एसआई ने अस्पताल जाने की अनुमति नहीं दी। इस दौरान उनके पति के हाथ-पैर अकड़ गए, बावजूद इसके एसआई कहता रहा कि ‘ड्रामा कर रहा है, तुझे लॉकअप में बंद कर डंडे मारूंगा।’ पत्नी के अनुसार, चंद मिनटों में ही वो बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़े, जिसके बाद पुलिस की आंख खुली और उसने परिवार को अनुमति दी कि वो बुजुर्ग को अस्पताल ले जाएं। आनन-फानन में परिवार उन्हें हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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मामला सामने आने के बाद जोन – 1 की डीसीपी प्रियंका शुक्ला का कहना है कि पुलिस पर लगा आरोप गंभीर है। इसकी न्यायिक जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर के बाग फरहत अफ्जा इलाके में रहने वाले 55 वर्षीय मोहम्मद अकरम पीडब्ल्यूडी में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी थे। भारत टॉकीज स्थित दफ्तर में काम करते थे। बुधवार शाम 7 बजे उनकी 19 साल की बहू दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराने ऐशबाग थाने पहुंची थी, जिसके चलते परिवार को पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। हालांकि, शख्स की मौत किन परिस्थितियों में हुई, पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के साथ साथ जांच के आधार पर पता लगाया जाएगा।