दरअसल पंडित प्रदीप मिश्रा के ब्रेन में दिक्कत आ गई है। डॉक्टर्स ने उन्हें दिमाग पर ज्यादा जोर डालने से मना कर दिया है। पंडित मिश्रा के ब्रेन में यह दिक्कत किसी भक्त द्वारा नारियल फेंककर मार दिए जाने से आई। सिर में चोट लग जाने से ब्रेन सूज गया। उन्होंने खुद कथास्थल पर इस बात का खुलासा किया।
यह भी पढ़ें—एक दिन में दो-दो कथाएं कर रहे पंडित मिश्रा, जानिए अब किन शहरों में सुनाएंगे शिव महापुराण नीमच के मनासा में सोमवार को पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा का पहला दिन था। कथा के लिए सुबह से ही शहर भर में जबर्दस्त उत्साह देखा जा रहा था। अक्षत नगर के पीछे कथास्थल पर लाखों लोग कथा सुनने आ जुटे थे और पंडित मिश्रा की राह देख रहे थे।
यह भी पढ़ें—कथावाचक की करोड़ों की कमाई! कभी साइकिल से चलते थे पंडित मिश्रा, टीवी और यू ट्यूब से भी खूब आ रहा पैसा पंडित मिश्रा कथास्थल पर आए तो लेकिन उन्होंने शिव महा पुराण कथा निरस्त करने की बात कही। उन्होंने बताया कि मेरी तबियत अच्छी नहीं है, इसलिए कथा का निरस्त कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आनेवाले कुछ कार्यक्रम भी निरस्त कर दिए हैं।
यह भी पढ़ें—पंडित प्रदीप मिश्रा के अगले चार कार्यक्रम, जानिए किन शहरों में होगी कथा अब उनकी तबियत बिगड़ने की वजह भी सामने आ गई है। उनका ब्रेन सूज गया है जिसके कारण डॉक्टरों ने उनसे आराम करने को कहा है। पंडित मिश्रा ने बताया कि महादेव की होली कार्यक्रम में वे आष्टा गए थे जहां किसी भक्त ने गुलाल की जगह उनपर नारियल फेंक दिया था। इससे सिर में चोट लग गई और बाद में ब्रेन भी सूज गया। यह 29 मार्च की घटना है और तभी से उनको दर्द हो रहा है। डॉक्टर्स ने ब्रेन की सूजन बताई है और पूर्ण आराम की सलाह दी है।
यह भी पढ़ें—Pandit Pradeep Mishra Katha – जहां- जहां होगी पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण, वहां बनेंगे अस्पताल लाखों लोगों से पंडित मिश्रा ने क्षमा मांगी– कथा सुनने आए लाखों लोगों से पंडित मिश्रा ने क्षमा मांगी और कहा कि अब मैं यहां अगले साल कथा करने आउंगा। कथा का पूरा खर्च भी विटठलेश सेवा समिति उठाएगी। गौरतलब है कि पंडित मिश्रा की मनासा में आयोजित इस कथा में शुरु से विघ्न आए। जिला प्रशासन ने तो एक बार कथा की मंजूरी ही रद्द कर दी थी।