मध्यप्रदेश में शीतलहर चलने से खजुराहो और पचमढ़ी जिलों में सुबह-सुबह ओंस की बूंदें जमने की खबरें आ रही हैं। ओंस जम जाने से ऐसा लग रहा है जैसे बरस की सफेद चादर बिछ गई हो।
पचमढ़ी में बरफ की चादर
मध्यप्रदेश में पहाड़ों की रानी सतपुड़ा में सुबह से ही बरफ की चादर जम जाने से यहां बर्फीली प्रदेश जैसा अहसास हो रहा है। यहां ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच गए हैं। पचमढ़ी का पारा 2.0 डिग्री से नीचे उतर आया है। बताया जाता है कि पचमढ़ी में ऐसे कई स्थान हैं, जहां सूरज की किरणें नहीं पहुंच पाती हैं, वहां का तापमान जीरो डिग्री तक पहुंच जाता है।
खजुराहो में पर्यटकों की भीड़
पचमढ़ी के अलावा खजुराहो में भी पर्यटकों की भीड़ बढ़ने लगी है। शनिवार से 31 दिसंबर तक बड़ी संख्या में पर्यटक बढ़ने की उम्मीद है। इन स्थानों पर कई लोग न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिहाज से भी पहुंचते है। इसलिए कई होटल संचालकों ने पर्यटकों के लिए खास इंतजाम किए हैं।
यहां भी रहा शीतलहर का प्रभाव
मध्यप्रदेश के न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है। चंबल संभाग के जिलों में सामान्य, सागर, भोपाल, उज्जैन एवं होशंगाबाद संभागों के जिलों में सामान्य से काफी कम और शेष संभागों के जिलों में सामान्य से कम रहे।
यहां छाया रहा कोहरा
मध्यप्रदेश के जबलपुर, शहडोल एवं रीवा संभागों के जिले, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, होशंगाबाद एवं बैतूल जिलों में कहीं-कहीं कोहरा छा जाने की आशंका है।
यहां चलेगी शीतलहर
मध्यप्रदेश के मंडला, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, बैतूल, होशंगाबाद, दतिया, ग्वालियर, भिंड एवं मुरैना जिलों में कहीं-कहीं शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की गई है।
दो दिन बाद मिलेगी राहत
मौसम विभाग ने बताया है कि 22 और 23 दिसंबर से तापमान में आंशिक बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
न्यूनतम तापमान
भोपाल 6.0
इंदौर 9.0
जबलपुर 6.6
ग्वालियर 4.0
खजराहो 2.4
पाला पड़ने की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी जम्मू-कश्मीर की तरभ बढ़ रहा है। एक विपरीत चक्रवात दक्षिणी पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर बना हुआ है। अगले 24 घटों के दौरान मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री नीचे आ सकता है, जबकि कई इलाकों में पाला भी पड़ सकता है। मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानों पर हवा पैटर्न में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं है। इसके अंतर्गत परिदृश्य यह है कि मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे 3-4 डिग्री सेल्सियस तक चल रहा है।