MUST READ: कोरोना संक्रमित मरीज इन नंबरों पर कर सकते है कॉल, यहां देखें नंबरों की लिस्ट
दूर होगी ऑक्सीजन की कमी
वहीं सभी जिला अस्पतालों में नए प्लांट की स्थापना के साथ एयर सेपरेशन यूनिट शुरू करने की तैयारी है। इस कवायद के बाद ऑक्सीजन की कमी दूर हो सकती है। सरकार ने प्रदेश के 13 जिला अस्पतालों में एयर सेपरेशन यूनिट की स्थापना के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें कटनी, बैतूल, बड़वानी, नरसिंहपुर, खरगोन, बालाघाट, भोपाल (काटजू हॉस्पिटल), रायसेन, सतना, गुना, सागर, सीहोर और विदिशा शामिल हैं।
हालांकि देवास, धार, मंडला, होशंगाबाद, पन्ना, दमोह, छतरपुर, सीधी, भिंड, उमरिया, नीमच, झाबुआ, सिंगरौली, टीकमगढ़, अशोकनगर, बुरहानपुर, अनूपपुर, आगर-मालवा, श्योपुर, शाजापुर, डिंडोरी, अलीराजपुर, निवाड़ी (सी.एच.सी.) और हरदा के लिए भी स्वीकृति दे दी गई है।
पांच जिलों में नई तकनीक वाली सेपरेशन यूनिट
5 जिलों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा और शहडोल के जिला अस्पतालों में नई सीएसआइआर तकनीक से एयर सेपरेशन यूनिट की स्वीकृति भी दी गई है । इस तकनीक से देश में पहली बार मध्यप्रदेश में इस यूनिट की स्थापना की जा रही है।
– सरकार ने अस्पतालों में दो हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर यूनिट जिला स्तर पर उपलब्ध कराई हैं। 800 यूनिट और उपलब्ध करवाने के प्रयास हैं।
– 51 जिलों में ऑक्सीजन पाइपलाइन की व्यवस्था की जा रही है। पहले चरण में 42 जिलों में यह व्यवस्था होगी।
– ऑक्सीजन की उपलब्धता 445 टन है, जबकि मांग ज्यादा है। केन्द्र से 25 अप्रैल तक 565 टन और 30 अप्रेल को 700 टन ऑक्सीजन आपूर्ति पर सहमति मिली है।